शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) के कर्मचारियों पर काम का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है. स्थापना के 52 साल बाद आज विश्वविद्यालय का स्वरूप बदल चुका है. विश्वविद्यालय की शुरुआत 11 विभागों के साथ और कुछ अध्यापकों एवं कर्मचारियों के साथ हुई थी. विश्वविद्यालय की स्थापना के समय जो पद सृजित किए गए, वह अभी तक चल रहे हैं. जबकि आज के समय में विश्वविद्यालय में 47 विभाग उन्हीं स्वीकृत पदों से चलाए जा रहे हैं. अभी तक कर्मचारी के सेवानिवृत्त होने की वजह से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों पर काम का अतिरिक्त बहुत पड़ रहा है. यह बात हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार (HPU VC Prof. Sikander Kumar) ने तकनीशियन मनोहर लाल के सेवानिवृत्ति समारोह में कही.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में नए पदों को सृजित करने के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. गत दिनों हुई कार्यकारिणी परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित कर प्रदेश सरकार को भेजा गया है. कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय को चलाने के लिए अब नई पीढ़ी आ गई है. नई पीढ़ी के कंधों पर ही विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने का उत्तरदायित्व है.
कुलपति ने कहा कि आगामी कुछ माह में विश्वविद्यालय में नैक (NAAC) की टीम की विजिट होने वाली है. विश्वविद्यालय को एक बेहतरीन ग्रेड ए प्लस प्लस (A++) तक पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है. उन्होंने इसके लिए सभी अध्यापकों और कर्मचारियों का सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को बेहतर रैंक दिलाने के लिए सभी एकजुटता के साथ कार्य करेंगे.
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