अमरावती: आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले स्थित यंदागंडी गांव में एक बॉक्स में शव मिलने की घटना लोगों को झकझोर कर रख दिया है. पुलिस की जांच के दौरान मामला अब एक क्राइम थ्रिलर की तरह सामने आ रहा है, जिसमें धोखे, रहस्य और हत्या का एक पेचीदा जाल है.
पुलिस ने मृतक की पहचान गांधीनगर निवासी बर्रे परलैया के रूप में की है. फिलहाल जांचकर्ता मामले के दो प्रमुख संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इसमें श्रीधर वर्मा और लाल रंग की कार में देखी गई एक नकाबपोश महिला शामिल है.
अपराध का खुलासा
बता दें कि मामला गुरुवार रात को उस समय सामने आया, जब सागी तुलसी नाम की महिला को अपने घर पर एक बक्सा मिला, जिसमें घर के निर्माण का सामान होने का संदेह था. तुलसी ने जब बॉक्स खोला तो उसमें उसे एक शव मिला. इसके बाद तुलसी ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामले की गहन जांच शुरू हुई.
श्रीधर वर्मा का रहस्यमय ढंग से गायब होना
पुलिस को तुलसी के बहनोई श्रीधर वर्मा पर अपराध में मुख्य भूमिका निभाने का शक है. जानकारी के मुताबिक वर्मा कथित तौर पर उस दिन भाग गया था, जिस दिन बॉक्स डिलीवर किया गया था. जांचकर्ताओं का मानना है कि उसके एक महिला के साथ घनिष्ठ संबंध थे, जो इस मामले में शामिल हो सकती है.
घटना के बाद वर्मा के अचानक गायब होने से कई सवाल उठे रहे हैं. फिलहाल पुलिस हैदराबाद और अन्य संभावित ठिकानों पर उसकी तलाश कर रही है.
लाल कार में नकाबपोश महिला
सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि घटना के दिन एक नकाबपोश महिला लाल रंग की कार में सागीपाडु पहुंची थी. उसने लकड़ी के बॉक्स को दूसरी जगह पर ले जाने के लिए पिप्पारा से एक ऑटो ड्राइवर को काम पर रखा, जो तुलसी के घर पहुंचा. पुलिस को शक है कि उसने बॉक्स की डिलीवरी में अहम भूमिका निभाई थी. पुलिस शहर की सड़कों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही है.
मकसद और पोस्टमार्टम रिपोर्ट
हत्या के पीछे का मकसद अभी भी साफ नहीं हुआ है. हालांकि, पुलिस की जांच जारी है. इस बीच एसपी अदनान नईम असमी ने कहा कि शव को बॉक्स में रखने से पहले ही पीड़ित की हत्या कर दी गई थी. पुलिस हत्या के संभावित कारणों के साथ-साथ व्यक्तिगत और वित्तीय विवादों की जांच कर रही है.
पुलिस अपील और चल रही जांच
मामले में आईजी अशोक कुमार ने रविवार को जांच की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि मामला साजिश की ओर इशारा करता है, जिसमें बड़ी सावधानी के साथ घटना को अंजाम देने के लिए योजना बनाई गई. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि घर में लकड़ी के बॉक्स का इस्तेमाल और मामले कई लोगों की संलिप्तता इस बात का संकेत है कि आरोप पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
पुलिस को श्रीधर वर्मा, नकाबपोश महिला और अन्य लोगों द्वारा रची गई गहरी साजिश का शक है. पुलिस अधिकारी श्रीधर वर्मा और नकाबपोश महिला दोनों की तलाश कर रहे हैं. साथ ही घटना के पीछे के मकसद और क्रोनोलॉजी समझने के लिए पुलिस फोन रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजैक्शन और संदिग्धों के बीच संबंधों की भी जांच कर रही है.
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