शिमला: गणेश चतुर्थी और गणेश उत्सव के दस दिन के बाद रविवार को गणपति बप्पा की विदाई हो गई. श्री सिद्धिविनायक सेवा मंडल ट्रस्ट द्वारा मिडल बाजार में गणेश उत्सव पर दस दिनों तक भजन कीर्तन और पूजा अर्चना का आयोजन किया गया और अंतिम दिन अंतन चतुर्थी पर पूजा अर्चना हवन किया गया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की धर्मपत्नी भी पहुंची और पूजा अर्चना में हिस्सा लिया. पूजा अर्चना के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए सुन्नी ले जाया गया. जहां सतलुज में विदाई दी जाएगी. श्री सिद्धिविनायक सेवा मंडल ट्रस्ट के सदस्य राजकुमार ने बताया कि कोरोना की वजह से इस बार गणेश उत्सव सादगी से मनाया गया. दस दिनों तक भजन कीर्तन किया गया.
गणेश चतुर्थी पर पूर्ति की स्थापना की गई थी और आज अंतन चतुर्थी पर पूजा अर्चना के बाद विसर्जन के लिए सुन्नी ले जाया जाएगा. जहां कोविड नियमों का पालन करते हुए नदी में मूर्ति विसर्जित की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोविड -19 के चलते गणेश चतुर्थी उत्सव सादगी से मनाया गया.
हर साल गणेश चतुर्थी पर उपायुक्त कार्यालय से लेकर शेरे पंजाब तक गणेश की 108 मूर्तियों के साथ शोभा यात्रा निकाली जाती थी, लेकिन इस साल न तो कोई शोभा यात्रा निकली और न ही मिडल बाजार में गणेश उत्सव को लेकर पंडाल सजाया गया.
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