रोहडू: चांशल क्षेत्र को शीतकालीन खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाओं के आयोजन के लिए विकसित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र सरकार के आदेशानुसार गंभीरता पूर्वक विचार किया जा रहा है. वन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने चांशल क्षेत्र का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया.
मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि चांशल क्षेत्र में साहसिक पर्यटन को विकसित करने की अपार संम्भावनाएं हैं, जिसके तहत पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, कैंपिंग साइट और ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि पर्यटन विकास के साथ-साथ स्थानीय लोंगों को रोजगार उपलब्ध हो सके.
राकेश पठानिया ने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को आर्थिक तौर पर लाभ मिलेगा, जबकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर चांशल व इसके आस-पास के क्षेत्र विकसित होंगे. छवारा ब्लॉक के करशाली में नई मंजिल नई राहें योजना के तहत करशाली माता मंदिर के पास 32 लाख रुपये से मानव निर्मित झील का उद्घाटन भी किया गया. साथ ही कहा कि नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर खरशाली क्षेत्र में ट्रैकिंग टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके तहत 29 लाख रुपये की राशि खर्च कर सरुलेख चांशल तक ट्रैकिंग मार्ग को विकसित किया जा रहा है.
खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र की सड़कों को शीघ्र ही दुरुस्त किया जाएगा, ताकि विभिन्न क्षेत्रों से संबधित राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताएं इन क्षेत्रों में आयोजित की जा सकें. उन्होंने कहा कि नालदेरा, कूफरी से चांशल क्षेत्र को शीतकालीन राष्ट्रीय खेलों एवं साहसिक पर्यटन गतिविधियों के लिए विकसित किया जाएगा. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक मानकों को अनिवार्य रुप में दो गज की दूरी, मास्क का प्रयोग व सेनिटाइजर का प्रयोग करना अनिवार्य होगा.
इस दौरान वन मंत्री राकेश पठानिया ने खरशाली में देवदार के पौधे पर लगाए. उन्होंने रोहड़ू इंडोर स्टेडियम का दौरा भी किया और खामियों को दूर करने के निर्देश दिए. वन मंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा भी की.
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