बिलासपुर: उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने बताया कि करीब आठ महीने के लंबे समय के बाद प्रदेश सरकार का जनमंच रविवार को सजेगा. कोरोना के चलते इस बार जनमंच के स्वरूप में बदलाव नजर आएगा. यह सरकार का 21वां जनमंच होगा. इस जनमंच में रमेश धवाला शिरकत करेंगे.
सरकार का 20वां जनमंच फरवरी महीने में आयोजित हुआ था. इसके बाद कोरोना महामारी के कहर के चलते जनमंच नहीं हो पाया. हालांकि, जनमंच का उद्देश्य केवल मात्र आम जनता की समस्याओं का घर द्वार निपटारा करना ही है लेकिन इस बार जनमंच नए स्वरूप में दिखेगा. जनमंच में जहां इस बार धाम नहीं दिखेगी बल्कि पैकेट फूड लोगों को मुहैया करवाया जाएगा.
वहीं, जनमंच में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. वहीं, इस बार जनमंच में स्वास्थ्य सुविधा भी रहेगी. कोरोना महामारी के दौरान सरकार का पहला जनमंच आज सजेगा जिसके लिए सरकार ने जहां पूरी तैयारियां कर ली हुई हैं. वहीं, कोविड 19 में जनमंच के आयोजन को लेकर सरकार ने एसओपी भी जारी की है ताकि इस महामारी का प्रकोप न बढ़ें.
रविवार को सजने वाले इस जनमंच में 65 आयु से अधिक आयु के बुजुर्ग को आने की अनुमति नहीं होगी. वहीं, इसके अलावा गर्भवती महिलाएं, 10 साल की आयु से कम बच्चों को जनमंच में आने पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं, यदि किसी व्यक्ति में कोरोना महामारी के लक्ष्ण दिखाई देते हैं तो इस तरह के संदिग्ध व्यक्ति को भी जनमंच में नहीं आने दिया जाएगा लेकिन फिर भी जनमंच के दौरान यदि किसी व्यक्ति में किसी तरह के लक्ष्ण दिखाई देते हैं तो उसके लिए स्वास्थ्य सुविधा भी प्राथमिकता के आधार पर रहेगी.
वहीं, जनमंच का आयोजन जगह की क्षमता के हिसाब से 50 फीसदी लोगों को ही अनुमति दी गई है जिसके लिए मात्र 200 लोग निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा जनमंच में कोविड-19 के लिए बनाए नियमों जैसे थर्मल स्कैनिंग, शरीरिक दूरी, सेनिटाइजेशन सहित अन्य कोविड नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा. हर व्यक्ति को जनमंच में मास्क लगाना अनिवार्य होगा.
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