बिलासपुर: नगर के चंगर सेक्टर में बन रहे शहीद स्मारक के निर्माण कार्यों का उपायुक्त राजेश्वर मंगलवार को निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहीद स्मारक की रिपोर्ट कुछ समय पहले ही उपायुक्त बिलासपुर से मांगी थी. इस पर उपायुक्त ने तुरंत प्रभाव से वर्तमान की सारी स्थिति व निर्माण कार्य की एक फाइल रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेज दी.
शहीद स्मारक की खास बात
इस स्मारक की खास बात यह है कि कारगिल और छत्तीसगढ़ के सुकमा की मिट्टी यहां स्थापित की गई है. जबकि बाघा बॉर्डर से लाई जाने वाली ईंटें स्मारक की शोभा बनेगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य के शुभारंभ के अवसर पर प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी से पवित्र ज्योति और तीर्थ स्थल मारकंडे का पवित्र जल लाया जाएगा और सबसे बड़ी बात यह है कि यह कार्य सरकारी कोष से नहीं, बल्कि जन सहयोग से किया जा रहा है.
अभी तक बिलासपुर जिला में बड़ी संख्या में लोगों ने इस पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाई है. इतना ही नहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मुख्य सचिव समेत अन्य कई बड़ी हस्तियां भी इस महायज्ञ में आहुतियां डाल चुके हैं.
यह होगी शहीद स्मारक की खासियत
डिजाइन के हिसाब से स्मारक में एक ओपन एयर थियेटर होगा. जिसमें देश भक्ति के प्रोग्राम आयोजित करने के लिए स्टेज के साथ-साथ पूरी व्यवस्था रहेगी. यहां पर 200 से 400 लोगों के बैठने की क्षमता रहेगी. समारोह में घूमने फिरने के लिए अलग-अलग ट्रैक बनेंगे. यहां सभी शहीदों को पूरा ब्यौरा दर्ज होगा. वहीं, लाइड एंड साउंड के माध्यम से शहीदों की गाथाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. खास बात यह है कि जिस दिन सैनिक शहीद हुआ है, उस दिन बड़ी स्क्रीन पर शहीद का पूरा रिकॉर्ड और इतिहास शाम तक डिस्प्ले होता रहेगा.
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