इसरो के वैज्ञानिक ने ईटीवी भारत को बताया, उन्हें क्यों दिया गया जहर ? - स्वदेशी राडार इमेजिंग सिस्टम
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इसरो के वैज्ञानिक तपन मिश्रा ने दावा किया है कि करीब तीन साल पहले आर्सेनिक जहर देकर उन्हें मारने की कोशिश की गई. दावा करने के एक दिन बाद ईटीवी भारत ने तपन मिश्रा से बात की. उन्होंने कहा कि संभवत: स्वदेशी राडार इमेजिंग सिस्टम (आईआईसैट) विकसित करने में उनके योगदान के कारण यह हमला हुआ था. मिश्रा वर्तमान में इसरो में वरिष्ठ सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं और इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इससे पहले वह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अहमदाबाद स्थित स्पेस एप्लिकेशन केन्द्र के निदेशक रहे हैं. मिश्रा ने कहा, 'मेरा योगदान राडार इमेजिंग सेटेलाइट-आरआईसैट विकसित करने में था, यह उच्चस्तर की प्रौद्योगिकी माना जाता है. इस प्रणाली का उपयोग करके हम दिन या रात किसी भी सूरत में धरती को देख सकते हैं.' उन्होंने कहा, 'अगर हम दूसरों से खरीदते हैं तो यह (स्वदेशी के मुकाबले) 10 गुना ज्यादा महंगा है.'