नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को 27 साल बाद पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका मिला है. भाजपा के सभी नेताओं और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विधानसभा चुनाव में पूर्वांचली मतदाताओं पर खास ध्यान दिया. अपने भाषण में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी तीनों रैलियों में पूर्वांचल के मतदाताओं से खास अपील की और उन्हें यह भी बताया कि मैं खुद पूर्वांचल का सांसद हूं.
मोदी ने कहा कि बनारस भी पूर्वांचल का ही हिस्सा है, जहां से वह सांसद चुनकर प्रधानमंत्री बने हैं. इसके साथ ही केजरीवाल द्वारा चुनाव के दौरान पूर्वांचल वोटरों के फर्जी वोट बनवाने का भाजपा पर आरोप लगाया गया. इस आरोप को भी बीजेपी ने हाथों हाथ लिया और उसका पूर्वांचल के लोगों के बीच जमकर प्रचार किया. साथ ही यह भी कहा कि केजरीवाल ने पूर्वांचल के लोगों को फर्जी मतदाता बताया है. इस मुद्दे का भाजपा को चुनाव में भरपूर लाभ मिला है. साथ ही पूर्वांचल बहुल 23 सीटों में से 17 सीटें जीतने में बीजेपी सफल रही है. वहीं, छह सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली है.
भाजपा की जीत के बाद भी पार्टी कार्यालय में पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्वांचल के लोगों का जिक्र किया और बिहार से जोड़ते हुए बिहार की सरकार के काम की भी तारीफ की. प्रधानमंत्री ने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार द्वारा किए गए कामों की तारीफ की. इसको इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अब भाजपा पूर्वांचल (उत्तर प्रदेश बिहार) के मतदाताओं पर खास ध्यान देना चाहती है और आगे भी अपने साथ जोड़कर रखना चाहती है.
दिल्ली में पूर्वांचल के मतदाताओं की संख्या : राजनीतिक विश्लेषक मनोज मिश्रा के अनुसार दिल्ली में पूर्वांचल के रहने वाले लोगों की तादाद 30 फीसदी के करीब है. पूर्वांचल मतदाताओं को अभी तक बीजेपी अपना वोट बैंक समझती रही है, लेकिन वर्ष 2013 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मुफ्त बिजली, पानी और अन्य ऐलान के बाद सीन बदला गया. अपने विधायकों के जरिए आम आदमी पार्टी ने अनधिकृत कॉलोनी में जहां पूर्वांचल के लोगों के अच्छी खासी तादाद है वहां पर सुविधा प्रदान करने का काम किया जिससे यूपी-बिहार के लोग आम आदमी पार्टी को वोट देने लगे और आप का वोट बैंक बढ़ता गया.
अनधिकृत कालोनियों को अधिकृत करने के वादे ने पलटी बाजी : उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा द्वारा अपने संकल्प पत्र में अनधिकृत कालोनियों को अधिकृत करने के लिए शुरू की गई प्रक्रिया पीएम उदय योजना के कैंप, इन कॉलोनियों के निर्माण करने की छूट देने की घोषणा और मालिकाना हक देने के वायदे ने बाजी पलट दी. पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह दिल्ली में दशकों से रहने के बाद पूर्वांचल वालों के जीवन स्तर को सुधारने में जो काम किया, उसका ब्योरा देने के लिए सामने भी आए थे. लेकिन, इन सब कामों को गिनाने का भी इस बार आप को कोई फायदा नहीं मिला.
पूर्वांचल के मतदाताओं को विश्वास दिलाने में बीजेपी रही सफल : दिल्ली चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता सूची के अनुसार दिल्ली में कुल 1.56 करोड़ मतदाताओं में करीब 40 से 42 लाख के आसपास पूर्वांचल से ताल्लुक रखते हैं. इसी का नतीजा है कि आम आदमी पार्टी को टक्कर देने में जुटी दिल्ली बीजेपी ने भी अपने सांगठनिक प्रकोष्ठ पूर्वांचल मोर्चा को पूर्वांचल के मतदाताओं को साधने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे रखी थी. पूर्वांचल के मतदाताओं को यकीन दिलाने के लिए कि सरकार द्वारा जारी सभी मुफ्त योजनाएं जारी रहेगी और उन्हें आसानी से मिल सकेंगी. इसका प्रचार प्रसार करने में और पूर्वांचल के मतदाताओं को विश्वास दिलाने में बीजेपी सफल रही, इसका फायदा भाजपा को दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के रूप में मिला है.
पूर्वांचली मतदाता बहुल सीटें : पूर्वांचली मतदाता बहुल सीटों की बात करें तो राजधानी दिल्ली में 23 सीटें ऐसी हैं जिन पर पूर्वांचल के मतदाताओं की संख्या अधिक है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली के नांगलोई जाट, उत्तम नगर, विकासपुरी, द्वारका, मटियाला, उत्तरी दिल्ली के मॉडल टाउन, बुराड़ी, किराड़ी, तिमारपुर सेंट्रल दिल्ली के राजेंद्र नगर, पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज, लक्ष्मी नगर, त्रिलोकपुरी, कोंडली उत्तर पूर्वी दिल्ली के घोंडा, करावल नगर, बाबरपुर, सीमापुरी बाहरी दिल्ली के बादली, दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार, बदरपुर, पालम, देवली शामिल है.
पूर्वांचल मतदाताओं वाली जिन सीटों पर मिली भाजपा को जीत : पूर्वांचल मतदाताओं के बाहुल्य वाली सीटों की बात करें तो भाजपा को 23 में से 17 सीटों पर जीत मिली है. इन सीटों में उत्तम नगर, नांगलोई जाट, द्वारका, पटपड़गंज, त्रिलोकपुरी, राजेंद्र नगर, घोंडा, लक्ष्मी नगर, करावल नगर, विकासपुरी, द्वारका, मटियाला, मॉडल टाऊन, बादली, संगम विहार, तिमारपुर, पालम विधानसभा सीटें शामिल हैं.
पूर्वांचल मतदाताओं वाली जिन सीटों पर मिली आप को जीत : दिल्ली की पूर्वांचल मतदाताओं के बाहुल्य वाली 23 में से छह सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली है. इन सीटों में किराड़ी, बुराड़ी, बदरपुर, कोंडली, देवली और सीमापुरी जैसी सीटें शामिल हैं.
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