विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियों की क्या है रणनीति, ईटीवी भारत पर जानिए
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उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा में विधानसभा चुनाव (assembly elections in three states) को लेकर राजनीतिक दलों की रणनीति और जमीनी हकीकत को लेकर विशेषज्ञों ने अपनी राय (Expert opinion on assembly elections) रखी. ईटीवी भारत के रीजनल न्यूज कोऑर्डिनेटर सचिन शर्मा ने किसान आंदोलन का विधानसभा चुनाव के मतदान पर असर (impact of farmers movement on assembly elections) को लेकर कहा कि ये निर्भर करता है कि किसान हम किसे मान रहे हैं. क्या हम सिर्फ किसान की बात कर रहे हैं या किसानों की बात कर रहे हैं? भारत की 70 प्रतिशत आबादी सीधे-सीधे खेती-किसानी से जुड़ी हुई है. दूसरी, लखीमपुर खीरी का जो कांड हुआ, उसमें भी वो किसान आंदोलन वाले ही लोग थे, उनको कुचला गया. वहां पर उस समय ब्राह्मण-ब्राह्मण ज्यादा चल रहा था. इसलिए भाजपा ने सोचा कि सिर्फ ब्राह्मणों पर केंद्रीत होना है. उन्होंने न तो अजय मिश्रा को कैबिनेट से हटाया और न ही उनके बेटे पर ज्यादा ध्यान दिया. चुनाव से पहले उसको बेल भी मिल गयी. भाजपा ने किसानों से ज्यादा तरजीह ब्राह्मणों को दी है. ये बात किसान किस तरह से लेंगे, वोटिंग में उनका कैसा प्रदर्शन रहेगा, ये आने वाला समय बताएगा. उत्तराखंड में किसी भी पार्टी की लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बनी है. सिर्फ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने अपना कार्यकाल पूरा किया था. अब तक कुल 10 मुख्यमंत्री रहे हैं, उनमें 7 भाजपा ने दिये हैं. मुख्यमंत्री चेंज करना विश्वास की कमी को दर्शाता है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:11 PM IST