दो जुनूनी व्यक्तियों ने बदल डाली गांव की तस्वीर
जिला मुख्यालय से तकरीबन तीस किलोमीटर दूर इंद्रपुरी गांव में शिक्षा का घोर अभाव था. सरकार के तमाम वादों की पोल इस गांव में खुल रही थी. क्योंकि इस गांव में एक भी स्कूल नहीं था. दस साल पहले इस गांव की तस्वीर ऐसी थी जिसे देखने के बाद किसी का भी दिल दहल जाता था. यह आदिवासी गांव काफी पिछड़ा हुआ था. जेम्स प्रोजेक्ट के दो शख्स ने इस गांव की तस्वीर बदलने की ठान ली.