छपरा: बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत (Poisonous Liquor Death In Saran) ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इसी बीच आज देर रात पोस्टमार्टम के बाद लगभग आधा दर्जन शव को अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया. जैसे ही शव मेकर गांव पहुंची कि मृतकों के परिजनों के बीच चीख पुकार मच गई. पूरे गांव में हाहाकार मच गया और परिजनों के रोने और चिल्लाने से पूरा माहौल गमगीन हो गया. मृतकों के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है. संभवत: रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा.
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बचे हुए शव सुबह पहुंचने की संभावना: जानकारी के मुताबिक मकेर प्रखंड के फुलवरिया पंचायत के नोनिया टोली गांव में आधा दर्जन शव पहुंचा है. जिनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है. वहीं बाकी बचे शव के आज देर रात या कल सुबह में पहुंचने की संभावना है. जबकि पटना से 6 और लोगों के मरने की सूचना आ रही है. लेकिन अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है. इधर, शवों के पहुंचने की खबर मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग गांव पहुंच गए. ऐसे में मकेर और सोनहो केविन गांवों में हाहाकार मचा हुआ है.
मामले में मकेर थानाध्यक्ष हुए सस्पेंड: सारण एसपी संतोष कुमार (Saran SP Santosh Kumar) ने बताया कि मामले में मकेर थानेदार नीरज कुमार मिश्रा और चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जबकि किशोरी चौधरी को मकेर का नया थानेदार बनाया गया है. गौरतलब है कि छपरा के मकेर और भेल्दी में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हुई है. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. मृतक के परिजनों का कहना है कि शराब सस्ते दामों पर मिल रही थी जिस वजह से ग्रामीण शराब पीने के लिए दौड़ पड़े और अगली सुबह उनकी हालत गंभीर हो गयी.