सारण: बिहार के छपरा (Chapra) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के तीसरे चरण में हो रही मतगणना का रिजल्ट आ गया है और सभी पदों पर जो प्रत्याशी जीते हैं, उनके यहां काफी खुशी का माहौल है. जबकि जो प्रत्याशी बहुत ही कम अंतर से हारे हैं, उनमें काफी रोष है और वह पूरी तरह से जिला प्रशासन को इसका दोषी मान रहे हैं.
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जिले के गरखा प्रखंड के मीठेपुर पंचायत चुनाव के मुखिया पद की हारी हुईं उम्मीदवार ने सारण समाहरणालय स्थित जिला अधिकारी कार्यालय पर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उग्र प्रदर्शन किया और काफी देर तक जिला प्रशासन और गरखा के पूर्व विधायक मुनेश्वर चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सीमा देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली की गई है और बिना हम लोग को बैलेट दिखाए गिनती शुरू करा दी गई. जिला प्रशासन अपने मनमाने ढंग से काम करता रहा, जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो भी जिला प्रशासन ने कुछ नहीं किया. वहीं जब स्थानीय बीडीओ से कहा गया तो उन्होंने भी कुछ नहीं किया.
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''हम केवल और केवल दोबारा मतदान की मांग कर रहे हैं, क्योंकि वहां पर मतगणना के दौरान काफी बड़े पैमाने पर धांधली की गई है और हमारी बातों को दरकिनार कर दिया गया है.''- सीमा कुमारी, हारी हुई मुखिया
इस दौरान लोगों में काफी आक्रोश दिखाई दिया. इस दौरान जिलाधिकारी कार्यालय पर भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई. वहीं जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सीमा कुमारी ने अपर जिलाधिकारी से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा. हारी हुईं मुखिया प्रत्याशी के समर्थक दोपहर से ही जिला अधिकारी कार्यालय पहुंच गए. वहां पर उन्होंने जमकर नारेबाजी की और कड़ा विरोध जताया.