पटना : बिहार में 'यास' चक्रवात का असर दिखने लगा है. राजधानी पटना सहित राज्य के 33 जिलों में मौसम पूरी तरह बदल गया है. आसमान में काले बादल छाये हुए हैं. सुबह से ही 18 जिलों में हल्की बारिश व बूंदाबांदी शुरू हो गई है. मीठापुर बस स्टैंड में जलजमाव से यात्री परेशान दिख रहे हैं.
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मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक 'यास' चक्रवात की वजह से राज्य में हो रही हल्की बारिश से कोई नुकसान की आशंका नहीं है. बावजूद इसके राज्य सरकार से लेकर सभी जिले का प्रशासन हाई अलर्ट पर है. राज्यभर में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 24 टीमें तैनात की गई हैं. साथ ही 18 स्पेशल ट्रेनों को भी कैंसिल किया गया है.
प्रशासन की पूरी तैयारी
पटना में अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने तैयारी कर ली है. सभी सरकारी अस्पतालों को वैकल्पिक जेनरेटर की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सभी निजी अस्पताल एवं डेडिकेटेड कोविड-19 सेंटर में भी यही व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही बिजली बिभाग को आदेश दिया गया है कि अस्पताल में बिजली व्यवस्था को लेकर सतर्कता बरते.
नगर निगम अलर्ट
पटना नगर निगम को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है. कल ही नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा था कि जलजमाव के स्थिति से निपटने को लेकर तैयारी की गई है साथ ही सभी सम्प हाऊस से पानी निकाला जा सके इसको लेकर भी तैयारी की गई है. सम्प हाउस को निर्बाध बिजली मिले इसको लेकर भी बिजली विभाग से बात हो गयी है. यानी किसी भी परिस्थिति से निपटने को नगर निगम तैयार है.
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सीएम ने की थी हाई लेवल बैठक
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंगलवार को एक हाई लेवल बैठक की थी. वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग से संबंध विभाग और सभी जिला अधिकारी भी जुड़े हुए थे. इस दौरान सभी जिलाधिकारी को यास चक्रवात को लेकर अलर्ट में रहने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही 27 से 30 मई तक आंधी तूफान वज्रपात और वर्षा की संभावना की भी बात कही गई है. ऊर्जा, कृषि स्वास्थ्य, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग को विशेष रुप से अलर्ट रहने को कहा गया है.