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केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना के नाले और संप हाउस का किया निरीक्षण, दिए कई अहम निर्देश

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद नेमंदिरी नाला सैदपुर नाला बाकरगंज नाला सहित आधे दर्जन से ज्यादा इलाकों का दौरा किया संप और पंप स्टेशन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंन चिंता व्यक्त करते हुए सभी पंप स्टेशनों पर समय रहते पर्याप्त संख्या में ऑपरेटर तकनीशियन स्वीपर की तैनाती करने के निर्देश दिए.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद
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Published : Jun 19, 2020, 6:20 AM IST

पटना: पिछले साल बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव से बाढ़ जैसा नजरा देखने को मिला था. इस साल पटना जलजामाव को लेकर बिहार सरकार काफी गंभीर है. इसी क्रम में पटना साहिब से सांसद सह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जलजमाव को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की और खुद से संप हाउसों को निरीक्षण भी किया.

अधिकारियों को दिए कई अहम निर्देश
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह बैठक अपने आवास पर ही बुलाई थी. बैठक के बाद मंत्री ने खुद से मंदिरी नाला सैदपुर नाला बाकरगंज नाला सहित आधे दर्जन से ज्यादा इलाकों का दौरा किया संप और पंप स्टेशन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंन चिंता व्यक्त करते हुए सभी पंप स्टेशनों पर समय रहते पर्याप्त संख्या में ऑपरेटर तकनीशियन स्वीपर की तैनाती करने के निर्देश दिए.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस साल किसी भी किमत पर पटना में जलजमाल नहीं होनी चाहिए. वहीं उन्होंने विशेष रूप से संदलपुर, राजेंद्र नगर, सैदपुर, दिनकर गोलंबर, लोहिया नगर, पटेल नग,र सिपारा आदि इलाकों को लेकर विशेष चिंता व्यक्त की है.

ये भी पढ़े- बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए NDRF की टीम तैयार, 7 अति प्रभावित जिलों में 8 टीमें रहेगी तैनात

पिछले साल सरकार की हुई थी देशभर में किरकिरी
गौरतलब है कि पिछले साल बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव से बाढ़ जैसा नजरा देखने को मिला था. इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पटना बाढ़ के प्रकोप से नहीं बच पाए थे. मदद की गुहार लगाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने उनके आवास पर पहुंच कर सुशील मोदी समेत उनके परिवार को पानी से बाहर निकाला था. मौसम विभाग ने इस साल भी बिहार में तेज बारिश से बाढ़ की आशंका जताई है. जिसके बाद सरकार एक्टिव मोड में हैं.

राज्य सरकार की ओर से संभावित 7 जिले
बता दें कि बिहार सरकार ने बाढ़ से संभावित 7 जिले को पहले फेज के लिए चयनित किया है. जिनमें कटिहार, बेतिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सुपौल और पटना हैं. बिहटा स्थित एनडीआरएफ कमांडें विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि 6 जिलों में एक-एक एनडीआरएफ टीम की तैनाती को जाएगी. इसके अलावा राजधानी पटना में दो टीमें तैनात की जाएगी. इसके अलावे बिहार के 3 और जिले को भी बाढ़ संभावित जिले की सूची में रखा गया है. जिनमें सहरसा, अररिया और किशनगंज हैं . इन 3 जिलों के लिए मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद टीमें तैयार की जाएगी.

इस मौके पर केंद्रीय विधि न्याय एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ पटना महानगर के तीनों विधायक अरुण सिन्हा, संदीप चौरसिया और नितिन नवीन मौजूद रहे. इसके अलावे नगर निगम आयुक्त हिमांशु शर्मा और बुडको प्रबंधक रमन कुमार भी मौजूद रहे.

पटना: पिछले साल बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव से बाढ़ जैसा नजरा देखने को मिला था. इस साल पटना जलजामाव को लेकर बिहार सरकार काफी गंभीर है. इसी क्रम में पटना साहिब से सांसद सह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जलजमाव को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की और खुद से संप हाउसों को निरीक्षण भी किया.

अधिकारियों को दिए कई अहम निर्देश
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह बैठक अपने आवास पर ही बुलाई थी. बैठक के बाद मंत्री ने खुद से मंदिरी नाला सैदपुर नाला बाकरगंज नाला सहित आधे दर्जन से ज्यादा इलाकों का दौरा किया संप और पंप स्टेशन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंन चिंता व्यक्त करते हुए सभी पंप स्टेशनों पर समय रहते पर्याप्त संख्या में ऑपरेटर तकनीशियन स्वीपर की तैनाती करने के निर्देश दिए.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस साल किसी भी किमत पर पटना में जलजमाल नहीं होनी चाहिए. वहीं उन्होंने विशेष रूप से संदलपुर, राजेंद्र नगर, सैदपुर, दिनकर गोलंबर, लोहिया नगर, पटेल नग,र सिपारा आदि इलाकों को लेकर विशेष चिंता व्यक्त की है.

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पिछले साल सरकार की हुई थी देशभर में किरकिरी
गौरतलब है कि पिछले साल बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव से बाढ़ जैसा नजरा देखने को मिला था. इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पटना बाढ़ के प्रकोप से नहीं बच पाए थे. मदद की गुहार लगाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने उनके आवास पर पहुंच कर सुशील मोदी समेत उनके परिवार को पानी से बाहर निकाला था. मौसम विभाग ने इस साल भी बिहार में तेज बारिश से बाढ़ की आशंका जताई है. जिसके बाद सरकार एक्टिव मोड में हैं.

राज्य सरकार की ओर से संभावित 7 जिले
बता दें कि बिहार सरकार ने बाढ़ से संभावित 7 जिले को पहले फेज के लिए चयनित किया है. जिनमें कटिहार, बेतिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सुपौल और पटना हैं. बिहटा स्थित एनडीआरएफ कमांडें विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि 6 जिलों में एक-एक एनडीआरएफ टीम की तैनाती को जाएगी. इसके अलावा राजधानी पटना में दो टीमें तैनात की जाएगी. इसके अलावे बिहार के 3 और जिले को भी बाढ़ संभावित जिले की सूची में रखा गया है. जिनमें सहरसा, अररिया और किशनगंज हैं . इन 3 जिलों के लिए मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद टीमें तैयार की जाएगी.

इस मौके पर केंद्रीय विधि न्याय एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ पटना महानगर के तीनों विधायक अरुण सिन्हा, संदीप चौरसिया और नितिन नवीन मौजूद रहे. इसके अलावे नगर निगम आयुक्त हिमांशु शर्मा और बुडको प्रबंधक रमन कुमार भी मौजूद रहे.

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