तिरुपति: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में सोमवार को तिरुमाला लड्डू काउंटर पर आग लग गई. आग लगने से पवित्र प्रसाद लेने वाले श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई. हालांकि, घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. जैसे ही आग फैली, श्रद्धालु डर के मारे वहां से भाग गए. हालांकि, स्टाफ सदस्यों की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया, इससे पहले कि कोई बड़ा नुकसान होता.
तिरुपति तिरूमला देवस्थानम मंदिर प्रशासन के मुताबिक घटना कंप्यूटर सेटअप से जुड़े अनइंटरप्टिबल पावर सप्लाई (यूपीएस) सिस्टम में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई. हादसा 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम उत्सव के दौरान हुई. आग की जानकारी मिलने के बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और स्टाफ सदस्यों की मदद से आग पर काबू पाया.
VIDEO | Fire breaks out at the laddu distribution counter of Venkateswara Temple Tirumala, Tirupati. More details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) January 13, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/GJBK77NS0t
एक हफ्ते में दूसरा हादसा
बता दें कि, तिरुमाला मंदिर में एक हफ्ते में यह दूसरा हादसा है. यह घटना 8 जनवरी को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट केंद्र पर हुई भगदड़ के कुछ ही दिनों बाद हुई है. भगदड़ में छह लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. घटना के दौरान विशेष दर्शन टोकन पाने के लिए 4,000 से अधिक श्रद्धालु लाइन में खड़े थे.
इस दुखद घटना पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपनी चिंता व्यक्त की थी और घायलों के लिए तत्काल राहत उपाय करने के आदेश दिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी. प्रभावित लोगों की मदद के लिए, नायडू ने मृतकों के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और उनके आश्रितों को अनुबंध के आधार पर नौकरी देने का वादा किया. इन घटनाओं की न्यायिक जांच जारी है. कई अधिकारियों को निलंबित या स्थानांतरित कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें- तिरुपति भगदड़ के बाद CM चंद्रबाबू ने की कार्रवाई, करीबी सहित तीन अधिकारियों पर गिरी गाज