हैदराबाद: मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है. यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह नए और शुभ कार्यों की शुरुआत का भी प्रतीक है. लोग इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, दान-पुण्य करते हैं और भगवान सूर्य की पूजा करते हैं. हालांकि, मकर संक्रांति के दिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इनसे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं.
मकर संक्रांति 2025 की तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी, 2025 को मंगलवार के दिन मनाया जाएगा. इस दिन सूर्य देव सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे.
मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी न करें ये 6 काम
- मकर संक्रांति के दिन पवित्र स्नान किए बिना भोजन करना अशुभ माना जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से भोजन अशुद्ध और विष के समान हो जाता है. इसलिए, इस दिन स्नान करने के बाद ही कुछ खाएं.
- मकर संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व है, लेकिन इस दिन तेल का दान नहीं करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि तेल का दान करने से घर में बीमारियां और नकारात्मकता आती है.
- मकर संक्रांति के दिन सफेद चावल और नुकीली चीजें जैसे कि चाकू, कैंची आदि दान नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
- इस दिन तामसिक भोजन जैसे मांस-मछली या शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में नकारात्मकता और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
- मकर संक्रांति के दिन अगर कोई ब्राह्मण या जरूरतमंद आपके दरवाजे पर आए, तो उसे खाली हाथ न लौटाएं. अपनी क्षमता के अनुसार, उन्हें दान जरूर दें. ऐसा माना जाता है कि जरूरतमंदों का अपमान करने से पाप लगता है.
- मकर संक्रांति पर किसी का अपमान न करें. इस दिन सभी के साथ प्रेम और सम्मान से व्यवहार करें.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र और विद्वानों के विचारों पर आधारित है. ETV भारत किसी भी दावे का व्यक्तिगत रूप से समर्थन नहीं करता. पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें.
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