पटना: बिहार में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा तेज हो गई है. माना जा रहा है कि 1 सप्ताह के अंदर मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. कांग्रेस की ओर से 2 मंत्री पद मांगे जाने के कारण ही काफी समय से मंत्रिमंडल विस्तार का मामला लटका हुआ है. आरजेडी कोटे के दो मंत्री पद खाली हैं और कांग्रेस भी दो मंत्री पद चाहती है. विपक्षी दलों की पटना और बेंगलुरु में हुई बैठक में कांग्रेस के आला नेताओं ने भी मंत्रिमंडल विस्तार जल्द करने की सलाह दी है.
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मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज: पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा हो रही थी लेकिन आरजेडी की ओर से कांग्रेस को केवल एक मंत्री पद दिए जाने की जिद पर मंत्रिमंडल विस्तार लटक गया कांग्रेस की ओर से कहा गया कि बेंगलुरु बैठक के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा बेंगलुरु की बैठक में कांग्रेस के आला नेताओं के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेताओं की भी बातचीत होने की सूचना मिल रही है और उसके बाद ही एक बार फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की बात आगे बढ़ी है.
कांग्रेस को केवल एक मंत्री पद देने पर विचार: बेंगलुरु से लौटने के बाद नीतीश कुमार देर शाम राबड़ी आवास पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की और चर्चा है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत हुई है. राजगीर में मलमास मेला में तेजस्वी यादव के शामिल नहीं होने से उनके नाराजगी की भी खबर आ रही थी और तेजस्वी यादव की नाराजगी दूर करने को लेकर नीतीश कुमार की लालू प्रसाद यादव से मुलाकात हुई है यह भी कहा जा रहा है, हालांकि जो सूचना मिली है आरजेडी अभी भी कांग्रेस को एक से अधिक मंत्रीपद देना नहीं चाहती है.
आरजेडी के दो मंत्रियों ने दिया है इस्तीफा: महागठबंधन की सरकार बनने के बाद आरजेडी के दो मंत्रियों ने इस्तीफा दिया था, पहले मास्टर कार्तिक ने इस्तीफा दिया और फिर उसके बाद सुधाकर सिंह ने भी विवादों के बाद इस्तीफा दे दिया था, ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो आरजेडी कोटे से दो मंत्री बनना तय माना जा रहा है. जिन दो मंत्रियों ने इस्तीफा दिया था दोनों सवर्ण वर्ग से आते हैं ऐसे में आरजेडी सवर्ण को ही मंत्री बनाएगी इसकी संभावना है तो वहीं कांग्रेस से भी एक सवर्ण और एक दलित वर्ग से आने वाले नेता को मंत्री बनाए जाने की चर्चा हो रही है.
अब तक तीन मंत्री दे चुका हैं इस्तीफा: 9 अगस्त 2022 को जब महागठबंधन की सरकार बनी तो उस समय मुख्यमंत्री समेत कुल 33 मंत्री सरकार में थे जिसमें जदयू के 12 राजद के 17 और कांग्रेस के दो हम पार्टी के एक और निर्दलीय एक मंत्री थे लेकिन आरजेडी के दो मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा बाद में हम के भी एक मंत्री संतोष सुमन को इस्तीफा देना पड़ा हालांकि हम के मंत्री के इस्तीफा देने के तुरंत बाद जदयू ने अपने कोटे से रत्नेश सदा को मंत्री बना दिया, उस समय भी कांग्रेस और आरजेडी कोटे का मंत्री नहीं बनाया जा सका क्योंकि सहमति नहीं बन पाई. ऐसे मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अभी भी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है कयास जरूर लगाए जा रहे हैं.
1 सप्ताह के अंदर हो सकता है विस्तार: कांग्रेस खेमे में कई दावेदार मंत्री बनने की उम्मीद लगाए हुए हैं जिसमें मदन मोहन झा विजय शंकर दुबे प्रेमचंद मिश्रा राजेश राम प्रतिमा कुमारी शामिल है एक चर्चा और हो रही है कि आरजेडी के एक मंत्री का विभाग भी बदला जा सकता है शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपने विभाग से खुश नहीं है केके पाठक के आने के बाद से उनकी नाराजगी साफ दिख रही है ऐसे में उन्हें दूसरा विभाग दिया जा सकता है हालांकि सबकी नजर है मंत्रिमंडल का विस्तार कब होता है. महागठबंधन के सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल का विस्तार 1 सप्ताह के अंदर हो सकता है नहीं तो फिर यह आगे लटक जाएगा.
बीजेपी ने साधा नीतीश पर निशानाः मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. जदयू मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है, लेकिन इसके बारे में कोई भी जानकारी मुख्यमंत्री ही दे सकते हैं. वहीं बीजेपी के नेता मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार निशाना साध रहे हैं. प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि नीतीश कुमार चारों तरफ से दबाव में हैं. लालू राबड़ी का तो दबाव है ही कांग्रेस के आला नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का भी दबाव है.
"नीतीश कुमार चारों तरफ से दबाव में हैं. लालू राबड़ी का तो दबाव है ही कांग्रेस के आला नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का भी दबाव है"- प्रेम रंजन पटेल बीजेपी प्रवक्ता
अभी नीतीश में मंत्रिमंडल में हैं 31 मंत्री: बिहार सरकार में अभी दल के हिसाब से राजद के 15 मंत्री उपमुख्यमंत्री के साथ, जदयू के 13 मंत्री मुख्यमंत्री के साथ, कांग्रेस के 02 मंत्री और निर्दलीय से 01 मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल हैं. आपको बता दें कि विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 243 है, जिसमें 15% के करीब मंत्री बनाए जाते हैं. अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं, लेकिन अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 31 मंत्री हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में अभी 5 मंत्री पद खाली है.
विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में होंगे 35 मंत्रीः बिहार विधानसभा में फिलहाल जदयू के 13 आरजेडी के 15 कांग्रेस के दो और एक निर्दलीय नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में मंत्री हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगाकर कुल 31 मंत्री हैं अब चार और मंत्री पद बनाए जाने की चर्चा हो रही है. तब कुल मंत्रियों की संख्या 35 पहुंच जाएगी ऐसे में देखना है 1 सप्ताह के अंदर मंत्रिमंडल का विस्तार होता है या नहीं.