पटना: राजधानी के मगध महिला कॉलेज में विश्व मानवाधिकार दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया. 'बदलते वक्त में मानवाधिकार के समक्ष चुनौतियां' इसका विषय था. इस दौरान मुख्य वक्ता के तौर पर पटना हाईकोर्ट की वरिष्ठ वकील शिखा सिंह परमार मौजूद रहीं. उन्होंने छात्राओं को उनके मानवाधिकार के विषय में परामर्श और सुझाव दिया.
'महिलाएं अपने अधिकारों को समझें'
वरिष्ठ वकील शिखा सिंह परमार ने मंच से संबोधन करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी में तो महिलाएं महीने में दो दिन छुट्टियां ले लेती हैं. लेकिन आखिर क्या कारण है कि कॉरपोरेट में महिलाएं 6 महीने तक एक भी छुट्टी नहीं ले पाती. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी ड्यूटी के बारे में सजग हों और अपने अधिकारों को समझें.
छात्राओं ने किए सुरक्षा से जुड़े सवाल
प्राचार्य शशि शर्मा ने कहा कि हाल के दिनों में लड़कियों को जलाकर मारना एक ट्रेंड सा बन गया है. उन्होंने बताया कि सेमिनार में लड़कियों को उनके मानवाधिकार को कुचलने का प्रयास करने वालों के खिलाफ क्या-क्या कानून है. इसके बारे में विशेष जानकारी दी गई. प्राचार्य ने कहा कि लड़कियां काफी जागृत है. सेमिनार के दौरान उन्होंने अपनी सुरक्षा से जुड़े कई सवाल किए.