पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल ने चुनावी गतिविधियां तेज कर दी है. RJD ने 42 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. पहली सूची जो जारी की गई है. लिस्ट काफी कुछ बयां करती है. साफ तौर पर पार्टी चाहे कुछ भी कहे. लेकिन कार्यकर्ताओं के बदले पार्टी ने अपने विधायक और पूर्व सांसदों के परिवार पर ज्यादा दांव लगाया है. इसके साथ ही दागियों या उनके परिवार को भी टिकट देने में पार्टी पीछे नहीं रही.
पहले चरण के राजद के उम्मीदवारों की सूची पर नजर डालें तो राष्ट्रीय जनता दल ने सबसे ज्यादा 20 सीटें अपने ट्रेडिशनल वोट बैंक से तालुक रखने वाले उम्मीदवारों को दी है, जबकि 8 विधानसभा क्षेत्र में दलित कोटे के उम्मीदवार को जगह मिली है.
पार्टी के नेता जयप्रकाश नारायण यादव की बेटी दिव्या प्रकाश, कांति सिंह के बेटे ऋषि सिंह, शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी, जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर कुमार सिंह और कुंती देवी के पुत्र अजय यादव प्रमुख हैं.
कई दागियों पर आरजेडी ने लगाया दांव
वहीं, दागियों को टिकट देने के मामले में भी राजद पीछे नहीं रहा. एक तरफ पिछली बार अनंत सिंह को दागी बताकर राजद में शामिल नहीं किया गया था. वहीं, इस बार उनको मोकामा से उम्मीदवार बनाया गया है. राजबल्लभ यादव जो दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे हैं. उनकी पत्नी विभा देवी को टिकट नवादा से दिया गया है. भोजपुर के संदेश विधायक अरुण यादव दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहे हैं. लेकिन उनकी पत्नी को राजद ने उनकी जगह इस बार संदेश विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया. इस लिस्ट में एक और नाम रेखा पासवान का भी है, जो मसौढ़ी से भारी विरोध के बावजूद फिर से पार्टी की उम्मीदवार बनी हैं. वह राजद के पूर्व सांसद बुलो मंडल की पत्नी हैं.