पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर राजधानी पटना में जालसाजी के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. प्रशांत किशोर पर दर्ज किए एफआईआर को आरजेडी ने राजनीति से प्रेरित बताया है. आरजेडी के विधायक विजय प्रकाश का कहना है कि पीके को एनडीए के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है.
पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने बताया कि जेडीयू के उपाध्यक्ष रहे प्रशांत किशोर कभी सीएम नीतीश कुमार के सबसे नजदीक थे. नीतीश के खिलाफ बोलने के कारण उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. आरजेडी विधायक के मुताबिक प्रशांत किशोर एनडीए के खिलाफ बोले रहे थे, उसी वजह से यह सब कुछ हो रहा है.
पाटलिपुत्र थाने में मामला दर्ज
प्रशांत किशोर की तरफ से अभी तक कुछ भी जवाब नहीं दिया गया है. कांग्रेस के लिए काम करने वाले शाश्वत ने प्रशांत किशोर पर डाटा चुराने का आरोप लगाया है. बता दें कि शाश्वत गौतम ने पीके के खिलाफ जालसाजी से जुड़ी शिकायत पाटलिपुत्र थाने में दर्ज करवाई है. पीके पर आरोप है कि उन्होंने अपने अभियान 'बात बिहार की' के लिए शाश्वत के कंटेंट की नकल की है.
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शाश्वत ने पाटलिपुत्र थाने में दर्ज शिकायत में कहा है कि ओसामा नाम के एक युवक उनके साथ प्रोजेक्ट में जुड़ा हुआ था. हालांकि प्रोजेक्ट पूरा होने से पहले उसने इस्तीफा देकर कंटेंट पीके को दे दिया. शाश्वत का कहना है कि उन्हें डर था प्रशांत किशोर उनके प्रोजेक्ट की नकल करेंगे इसीलिए उन्होंने अपनी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन जनवरी माह में ही करवा लिया था. बावजूद इसके प्रशांत किशोर ने उनके कंटेंट को चोरी कर लॉन्च कर दिया.