पटना: 20 जून को बिहार विधान परिषद के चुनाव होना है. इसके लिए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं. राजद ने विधान परिषद के चुनाव में अल्पसंख्यक और ब्राह्मण उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. विधानसभा में विधायकों की संख्या बल के हिसाब से 3 सीट महागठबंधन के खेमे में जाना तय माना जा रहा है.
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आरजेडी ने किया उम्मीदवारों के नाम का ऐलान: राजद ने जिन उम्मीदवारों को विधान परिषद के चुनाव में उतारा है उनके नाम युवा राजद के प्रदेशाध्यक्ष कारी सोहेब ( RJD MLC Candidate Qari Sohaib ) , मुन्नी देवी उर्फ मुन्नी रजक (RJD MLC Candidate Munnu Rajak ) और अशोक पाण्डे ( RJD MLC Candidate Ashok Pandey) है. बता दें कि खाली हो रहे विधान परिषद के 7 सीटों (Election to seven seats of Bihar Legislative Council) में से 5 सीट फिलहाल जदयू के हैं और 2 सीट बीजेपी खेमे के हैं. 2016 में सातों सीटों का समीकरण कुछ इस प्रकार से था. उस समय जदयू के पास 2 आरजेडी के पास 2, बीजेपी कांग्रेस और वीआईपी के पास एक एक सीट थी. बाद में आरजेडी के विधान पार्षद और कांग्रेस के एक मात्र एमएलसी जदयू में शामिल हो गए थे.
इन सदस्यों को हो रहा कार्यकाल समाप्त: जिन सात सदस्यों का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है उसमें जदयू के गुलाम रसूल बलियावी, सीपी सिन्हा, कमर आलम, रणविजय सिंह, रोजिना नाजिम, बीजेपी के अर्जुन सहनी और वीआईपी के मुकेश सहनी भी शामिल हैं. मुकेश सहनी को बीजेपी ने अपने कोटे से ही विधान परिषद भेजा था लेकिन अब बीजेपी के साथ मुकेश सहनी का संबंध खराब हो चुका है और नीतीश मंत्रिमंडल से भी मुकेश सहनी बाहर हो चुके हैं.
2 जून से नामांकन शुरू: फिलहाल सभी दल की नजर राज्यसभा के उम्मीदवारों पर लगी है लेकिन 2 जून से विधान परिषद के 7 सीटों पर नॉमिनेशन शुरू हो रहा है और 9 जून तक नॉमिनेशन चलेगा. वहीं 20 जून को वोटिंग होगी. तय है विधान परिषद सीटों को लेकर जल्द ही मंथन शुरू हो जाएगा क्योंकि सभी दलों में विधान परिषद के लिए दावेदारों की लंबी सूची है. ऐसे में सभी दल के लिए चुनौती बढ़ेगी. खासकर जदयू की परेशानी बढ़ सकती है क्योंकि 5 सदस्यों का जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनकी तो दावेदारी होगी ही साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में अनिल हेगड़े को राज्यसभा भेजने के बाद उम्मीद जगी है. दूसरी तरफ बीजेपी में भी कई दावेदार हैं और लंबे समय से विधानसभा जाने की आस लगाए बैठे हैं.