पटना: नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (National Council for Teacher Education) ने एक महत्वपूर्ण अधिसूचना (Notification) जारी की है. जिसके मुताबिक अब कक्षा एक से पांच में बीएड स्पेशल एजुकेशन (BEd Special Education) डिग्रीधारी भी शिक्षक (Teacher) बन सकेंगे. इससे पहले बीएड स्पेशल एजुकेशन डिग्रीधारियों को कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए योग्य घोषित किया गया था.
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एनसीटीई ने स्पष्ट किया है कि बीएड स्पेशल एजुकेशन की डिग्री भारतीय पुनर्वास परिषद से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए. इसके लिए एनसीटीई से मान्यता हासिल करने की जरूरत नहीं है, लेकिन बीएड स्पेशल एजुकेशन डिग्रीधारण करने वाले शिक्षकों को अपनी नियुक्ति के 6 महीने के भीतर एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से 6 महीने का कोर्स पूरा करना होगा.
बता दें कि कक्षा 1 से 5 में शिक्षक बनने के लिए डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन जरूरी है. अगर कोई अभ्यर्थी बीएड की डिग्री लेने के बाद कक्षा 1 से 5 में शिक्षक बनता है तो उसे अपनी नियुक्ति के 6 महीने के भीतर एक 6 महीने का कोर्स पूरा करना होता है. यही वजह है कि एनसीटीई ने यह स्पष्ट किया है कि बीएड स्पेशल एजुकेशन वाले को भी कक्षा 1 से 5 तक के लिये शिक्षक बनने के 6 महीने के भीतर यह कोर्स पूरा करना अनिवार्य होगा.
बिहार में करीब 80 हजार सरकारी स्कूलों में नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में एनसीटीई के इस फैसले से बीएड स्पेशल एजुकेशन वाले अभ्यर्थियों को भी शिक्षक बनने का मौका मिलेगा. हालांकि इसके लिए उन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करनी होगी. अब बिहार सरकार बीएड स्पेशल एजुकेशन डिग्रीधारकों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने का मौका देगी, तो बीएड स्पेशल एजुकेशन वाले भी बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बन सकेंगे.
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