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'आज लाठी चली तो नीतीश कुमार की कुर्सी..' आज प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों के साथ निकालेंगे मार्च - PRASHANT KISHOR

प्रशांत किशोर आज बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के विरोध में सीएम नीतीश कुमार का घेराव करेंगे. छात्रों के साथ मार्च निकालने की घोषणा की है.

Prashant Kishor
प्रशांत किशोर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 17 hours ago

Updated : 16 hours ago

पटना: पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज का प्रशांत किशोर ने विरोध किया है. प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि सरकर किसी भी कीमत पर छात्रों पर लाठी नहीं चलवा सकती है. शुक्रवार को प्रशांत किशोर छात्रों के साथ मार्च निकाल कर सीएम का घेराव करेंगे. कहा कि 'हिम्मत है तो लाठी चलवा के दिखाएं.'

'आज हिल जाएगी कुर्सी': प्रशांत किशोर ने मीडिया में दिए बयान में कहा था कि कहा कि अगर फिर से छात्र को लाठी से मारा जाता है तो वे अभ्यर्थियों के साथ मार्च निकालेंगे. 'शुक्रवार को अगर आत्रों पर लाठी चली जो नीतीश कुमार की कुर्सी हिलती हुई नजर आएगी. नीतीश कुमार कोई राजा नहीं हैं, बल्कि बिहार की जनता राजा है.'

'राजतंत्र है क्या?': प्रशांत किशोर ने कहा कि छात्र का जो भी मामला, इसको लेकर सरकार को छात्र से बात करना चाहिए. बात करने के बदले छात्रों को लाठी से पीटा जा रहा है. जानकारी मिली है कि 4 छात्र आईसीयू में भर्ती हैं. प्रशांत किशोर ने सवाल करते हुए कहा कि ये कोई नीतीश कुमार का राजतंत्र है क्या?

'बीपीएससी नहीं सीएम टार्गेट': प्रशांत किशोर ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि छात्र प्रदर्शन करते हैं तो लाठी चलाया जाता है और खुद बंगला में बैठकर आराम फरमाते हैं. अगर छात्रों की मांग पर विचार नहीं किया गया तो हमलोग अब बीपीएससी नहीं जाएंगे बल्कि नीतीश कुमार को घेरने जाएंगे.

एक बजे निकलेगा मार्च: जानकारी के अनुसार दोपहर 01:00 बजे प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों के साथ पदयात्रा पर निकलेंगे. प्रशांत किशोर जब गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे थे तब छात्रों ने उनसे साथ में धरने पर बैठने को कहा. समय की व्यस्तता के कारण प्रशांत किशोर साथ में धरना पर नहीं बैठे लेकिन शुक्रवार को अभ्यर्थियों के साथ पदयात्रा करने का ऐलान कर दिया.

लाठीचार्ज क्यों?: बता दें कि 25 दिसंबर बुधवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों को लाठी से पीटा गया. अभ्यर्थी बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, बुधवार को अपनी मांग को लेकर छात्र गर्दनीबाग में धरना पर बैठे थे. इसके बाद बीपीएससी कार्यालय के सामने सैंकड़ों अभ्यर्थी प्रदर्शन करने पहुंचे थे. इसी दौरान पुलिस ने छात्रों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा. कई छात्र और कोचिंग संचालक भी जख्मी हैं.

परीक्षा रद्द की मांग क्यों?: बता दें कि 13 दिसंबर को बिहार के सभी जिलों में बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा ली गयी थी. सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रहा लेकिन पटना के बापू सेंटर पर प्रश्न पत्र देरी से मिलने का आरोप लगाकर छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार दिया. बीपीएससी ने इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर 4 जनवरी को फिर से आयोजित करने का फैसला लिया.

'सारे केंद्र की परीक्षा रद्द हो': छात्रों की मांग है कि सिर्फ एक नहीं बल्कि सारे केंद्र की परीक्षा रद्द की जाए. छात्रों की दलील है कि परीक्षा में प्रश्नपत्र काफी आसान था. अगर 4 जनवरी को प्रश्नपत्र कठिन रहा तो उन सभी अभ्यर्थियों को कम अंक आएंगे. कहा कि प्रश्नपत्र का लेवल छात्रों को पता चल गया है, ऐसे में छात्र पहले से तैयारी कर लेंगे और अच्छे अंक ला सकते हैं. इससे बांकी परीक्षार्थियों के चयन में परेशानी होगी.

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'आज हिल जाएगी कुर्सी': प्रशांत किशोर ने मीडिया में दिए बयान में कहा था कि कहा कि अगर फिर से छात्र को लाठी से मारा जाता है तो वे अभ्यर्थियों के साथ मार्च निकालेंगे. 'शुक्रवार को अगर आत्रों पर लाठी चली जो नीतीश कुमार की कुर्सी हिलती हुई नजर आएगी. नीतीश कुमार कोई राजा नहीं हैं, बल्कि बिहार की जनता राजा है.'

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'बीपीएससी नहीं सीएम टार्गेट': प्रशांत किशोर ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि छात्र प्रदर्शन करते हैं तो लाठी चलाया जाता है और खुद बंगला में बैठकर आराम फरमाते हैं. अगर छात्रों की मांग पर विचार नहीं किया गया तो हमलोग अब बीपीएससी नहीं जाएंगे बल्कि नीतीश कुमार को घेरने जाएंगे.

एक बजे निकलेगा मार्च: जानकारी के अनुसार दोपहर 01:00 बजे प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों के साथ पदयात्रा पर निकलेंगे. प्रशांत किशोर जब गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे थे तब छात्रों ने उनसे साथ में धरने पर बैठने को कहा. समय की व्यस्तता के कारण प्रशांत किशोर साथ में धरना पर नहीं बैठे लेकिन शुक्रवार को अभ्यर्थियों के साथ पदयात्रा करने का ऐलान कर दिया.

लाठीचार्ज क्यों?: बता दें कि 25 दिसंबर बुधवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों को लाठी से पीटा गया. अभ्यर्थी बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, बुधवार को अपनी मांग को लेकर छात्र गर्दनीबाग में धरना पर बैठे थे. इसके बाद बीपीएससी कार्यालय के सामने सैंकड़ों अभ्यर्थी प्रदर्शन करने पहुंचे थे. इसी दौरान पुलिस ने छात्रों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा. कई छात्र और कोचिंग संचालक भी जख्मी हैं.

परीक्षा रद्द की मांग क्यों?: बता दें कि 13 दिसंबर को बिहार के सभी जिलों में बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा ली गयी थी. सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रहा लेकिन पटना के बापू सेंटर पर प्रश्न पत्र देरी से मिलने का आरोप लगाकर छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार दिया. बीपीएससी ने इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर 4 जनवरी को फिर से आयोजित करने का फैसला लिया.

'सारे केंद्र की परीक्षा रद्द हो': छात्रों की मांग है कि सिर्फ एक नहीं बल्कि सारे केंद्र की परीक्षा रद्द की जाए. छात्रों की दलील है कि परीक्षा में प्रश्नपत्र काफी आसान था. अगर 4 जनवरी को प्रश्नपत्र कठिन रहा तो उन सभी अभ्यर्थियों को कम अंक आएंगे. कहा कि प्रश्नपत्र का लेवल छात्रों को पता चल गया है, ऐसे में छात्र पहले से तैयारी कर लेंगे और अच्छे अंक ला सकते हैं. इससे बांकी परीक्षार्थियों के चयन में परेशानी होगी.

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Last Updated : 16 hours ago
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