पटना: मुजफ्फरपुर में चमकी पीड़ितों से मिलने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार के विरोध पर उद्योग मंत्री श्याम रजक ने सीएम का बचाव किया है. मंत्री श्याम रजक ने कहा कि घटनास्थल पर सीएम के पहुंचने से ज्यादा जरूरी बच्चों का इलाज महत्वपूर्ण था.
अन्य नेता ने भी लिया अस्पताल का जायजा
श्याम रजक ने बताया कि जनता के प्रतिनिधि के रूप में अन्य नेता ने भी मौके का जायजा लिया. लेकिन खासकर सीएम पर सवाल खड़ा करना गलत है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से लेकर केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने भी अस्पताल का जायजा लिया. मरीजों के साथ-साथ परिजनों से भी मुलाकात की.
लोकतंत्र में विरोध करना अधिकार है
मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से इस बीमारी को दूर करने के लिए बहुत पहले जागरुकता अभियान भी चलाया था. लेकिन किसी कारणवश वह सफल नहीं हो पाया. लेकिन अब विरोध करना लोगों की निजी राय है. लोकतंत्र में सबका अधिकार है कि कोई भी किसी के खिलाफ विरोध कर सकता है.
काम पर भरोसा करते हैं CM
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारे सीएम काम में भरोसा रखते हैं. मुख्यमंत्री लगातार मुजफ्फरपुर की हालात का लागातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रभारी मंत्री के तौर पर श्याम रजक खुद भी अस्जापताल का जाायजा लेने गए थे.
लोगों ने किया CM का विरोध
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों से मिलने पहुंचे थे. इस क्रम में लोगों ने सीएम नीतीश कुमार का विरोध किया था. लोगों ने 'सीएम जाओ' के नारे लगाए थे. जिसके बाद से विपक्ष ने सीएम पर निशाना साधना शुरू कर दिया.