पटनाः राजधानी स्थित एम्स के बाद अब इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान और निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में भी प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. साथ ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी अनुमति दे दी है.
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो प्लाजमा थेरेपी से इन दोनों अस्पतालों को जोड़ दिया गया है. इसके बाद कोरोना संक्रमण से गंभीर मरीजों के इलाज में काफी सहूलियत होगी. सरकार के इस फैसले के बाद अब पटना में तीन अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी की सुविधा हो गई. एम्स में प्लाज्मा थेरेपी की सुविधा होने की वजह से वहां मरीजों का काफी दवाब था. जो अब कम होगा.
प्लाज्मा दाताओं को स्वास्थ्य विभाग करेगा प्रोत्साहित
पटना एम्स से मिली जानकारी के अनुसार 58 अति गंभीर कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया गया है. इनमें से 34 मरीजों पर इसका काफी अच्छा असर दिखा. बताया जा रहा है कि प्लाज्मा दाताओं को स्वास्थ्य विभाग प्रोत्साहन के तौर पर 5 हजार रुपए देगा.