पटना: राजधानी के अधिवेशन भवन में होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस का आयोजन किया गया. इस आयोजन में राज्य के विभिन्न जिले से आए होम्योपैथिक डॉक्टरों ने भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से होम्योपैथिक के शोध और वैज्ञानिक तकनीकी पर चर्चा की गई. साथ ही साइंस कांग्रेस में पुणे से आए डॉक्टर अजित कुलकर्णी ने मुख्य रूप से डायग्नोसिस के आधार पर मरीजों के रोग के लक्षण पर विशेष रूप से प्रकाश डाला.
'इंडियन साइंस कांग्रेस तक पहुंचना हमारा लक्ष्य'
होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस के सचिव डॉक्टर मृदुल कुमार शाहनी ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि इंडियन साइंस कांग्रेस तक हमलोग पहुंचे. इसी को लेकर बिहार में ऐसा आयोजन हर साल किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि वैज्ञानिक तरीके से किए गए शोध कार्यों को डॉक्टरों को बताया जाए और मरीज की शरीर की भाषा देखकर रोग का पता लगाया जा सके.
बिहार के होम्योपैथिक डॉक्टर को इस कार्यक्रम में नवीन तकनीक की जानकारी दी. कई जटिल बीमारी के लक्षण मरीज के शरीर के भाषा से किस तरह पढ़ी जाए. इसको लेकर भी चर्चा की गई.