पटना: सूबे में कोरोना का टीका (Corona Vaccination) अधिक से अधिक लोगों को लगे, इसके लिए कोरोना वैक्सीननेशन महाअभियान चलाया जा रहा है. हालांकि, इसके बावजूद कई सेंटर पर वैक्सीनेशन नहीं हो रहा है. वैक्सीनेशन के शॉर्टेज को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि 6 महीने में 6 करोड़ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो चुकी है. जल्द ही हम लक्ष्य को पूरा कर लेंगे.
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"अभियान का कार्य काफी तेजी से चल रहा है, जो लक्ष्य हमने तय किया है उसके मुताबिक दिसंबर महीने तक संपूर्ण राज्य वासियों को टीका लगा दिया जाएगा. एक ही दिन टीकाकरण नहीं होना है यह 6 महीने तक चलेगा और समय-समय पर वैक्सीन भी आती रहेगी. यह 6 महीने तक चलने वाले वैक्सीनेशन अभियान कार्यक्रम को लक्ष्य के मुताबिक बनाया गया है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री
टीके के उत्पादन क्षमता में हो रही बढ़ोतरी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण के लिए डिजाइन बनाया गया है कि जून में कितना टीका लगेगा, जुलाई में कितना और अगस्त में कितना लगेगा. ऐसे ही दिसंबर तक वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलेगा. उन्होंने कहा कि सभी कंपनियों से भी बातचीत हुई है हर महीने उत्पादन क्षमता भी लगातार बढ़ रही है. यह हम सभी को समझना पड़ेगा. इसी तरीके से हर महीने टीके का उत्पादन भी बढ़ेगा.
दिसंबर तक सभी को लग जाएगा टीका
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पहले 10 करोड टीके का उत्पादन होता था और अब 12 करोड़ हो रहा है. आगे भी इसी प्रकार लगातार बढ़ता रहेगा और जुलाई में 17 करोड़ डोज का उत्पादन होगा. अगस्त में 19 करोड़ का उत्पादन होगा और ऐसे ही लगातार दिसंबर तक बढ़ता जाएगा. वहीं, दिसंबर महीने तक करीब 50 करोड़ डोज का उत्पादन होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से हमने कार्यक्रम का डिजाइन तैयार किया है, उसी तरीके से कार्यक्रम चल रहा है और दिसंबर महीने तक छह माह में 6 करोड़ लोगों को टीका लग जाएगा.
छह महीने में छह करोड़ टीके का लक्ष्य
मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि केंद्र से बिहार को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन प्राप्त हो, ताकि छह महीने में छह करोड़ टीके का लक्ष्य हासिल किया जा सके. केंद्र सरकार ने राज्यों की मांग को देखते हुए वैक्सीन उत्पादन क्षमता भी बढ़ाई है. जुलाई महीने में 17 करोड़ डोज का उत्पादन संभावित है. वैक्सीन उत्पादन क्षमता में वृद्धि होने से बिहार के कोटे भी वृद्धि होगी. बिहार अपने नागरिकों को अधिक संख्या में टीकाकरण कराने के लिए निरंतर केंद्र के संपर्क में है.