पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान समाप्त हो गया है. हालंकि कई न्यूज चैनलों की ओर से एग्जिट पोल दिखाए जा रहे हैं. जिसमें महागठबंधन की सरकार बनती दिख रही है. वहीं, एनडीए को इस बार घाटा हो रहा है. इस एग्जिट पोल को लेकर महागठबंधन और एनडीए के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
इस एग्जिट पोल की वजह से महागठबंधन के नेता काफी खुश दिख रहे हैं. वहीं, एनडीए के नेता इसे दरकिनार कर सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. इसी कड़ी में हम प्रवक्ता विजय यादव ने भी एग्जिट पोल को लेकर अपनी प्रितिक्रिया दी. साथ ही उन्होंने एनडीए को लेकर होने वाले घाटा के लिए चिराग पासवान को दोषी ठहराया. कहा कि कुछ सीटों पर चिराग ने एनडीए को घाटा पहुंचाया है.
"जितने भी एग्जिट पोल आए हैं. जो एनडीए के लिए बेहतर नहीं है. ये सारे एग्जिट पोल बिल्कुल ही निराधार है. लेकिन इसे नकारा भी नहीं जा सकता है. 10 नवंबर के दिन जब ईवीएम खुलेगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा. हम लोगों को पूर्ण विश्वास है कि एनडीए की ही सरकार बनेगी." - वियज यादव, प्रवक्ता, हम
'उम्मीद है एनडीए की बनेगी सरकार'
इसके अलावा विजय यादव ने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि एग्जिट पोल को देखकर महागठबंधन के नेता भले ही खुश हो रहे हों. लेकिन जनता सचमुच में यदि परिवर्तन चाहती है तो कुछ कहा नहीं जा सकता. लेकिन हमें अभी भी विश्वास है कि बहुमत हमारे ही पक्ष में आएगा. भले ही महागठबंधन के नेता युवाओं को लेकर जोश भर रहे हो. लेकिन जहां मतदान हो रहा था, उस मतदान केंद्रों पर युवाओं की भीड़ नहीं दिख रही थी. इसलिए जब गिनती होगी तब पिछड़ा, अति पिछड़ा और महिलाओं का वोट एनडीए के पाले में ही आएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जब मतगणना होगी और एग्जिट पोल बदलेगा, तब महागठबंधन के नेता यह न कहें कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किया गया है.
'किसी भी सरकार में युवाओं के मिले रोजगार'
इस मौके पर विजय यादव ने कहा कि जिस तरह से तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था. उससे एनडीए को घाटा नहीं हुआ है. लेकिन यह तो तय है कि देश भर में बेरोजगारी बहुत बड़ा मुद्दा है. यह मुद्दा देश भर में भी होना ही चाहिए. किसी की भी सरकार हो, युवाओं को रोजगार मिलनी ही चाहिए. हालांकि हमारी सरकार ने बहुत हद तक लोगों को रोजगार दिया है. वहीं, विजय यादव ने दावा किया है कि कोई भी सरकार पूर्ण बहुमत में ही क्यों ना आ जाए, जितनी तादाद में लोगों को नौकरी चाहिए वो कोई भी सरकार नहीं दे सकती है.