पटना: प्रधानमंत्री ने देश के लिए 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज की घोषणा की है. इसके बाद बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री ने इसकी विस्तार से जानकारी दी. आर्थिक पैकेज में सबसे पहले मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को दी गई राहत के बारे में जानकारी दी गई है. इस बारे में आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस पैकेज का इंतजार कई वर्षों से हो रहा था. सरकार ने देर से सही लेकिन मजबूत फैसला किया है. हालांकि इसका नतीजा आने में काफी समय लग सकता है.
'नोटबंदी के बाद से ही था इंतजार'
आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ डॉक्टर डीएम दिवाकर ने कहा कि नोटबंदी के बाद से ही छोटे उद्योगों के लिए पैकेज का इंतजार हो रहा था. सरकार ने यह फैसला लेते-लेते काफी देर कर दी है. फिलहाल सबसे जरूरी यह था कि किस तरह जो लोग नौकरी छोड़ कर अपने घर पहुंचे हैं.उन्हें राहत दी जाए. सरकार को पहले इस बारे में सोचना चाहिए था. हालांकी कुछ फैसलों को लेकर डीएम दिवाकर ने सरकार की जमकर तारीफ की है.
'सरकार का कदम सराहनीय'
डीएम दिवाकर ने कहा कि विभिन्न रेलवे प्रोजेक्ट सड़क और हाईवे के काम में लगी कंपनियों को 6 महीने की राहत दी गई है. बिल्डरों को भी काम करने के लिए समय दिया गया है जो अच्छा स्टेप है. कुल मिलाकर सरकार के इस कदम को सराहनीय कहा जा सकता है.