पटनाः बिहार में लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. लॉक डाउन में बाहर फंसे लोगों का बिहार पहुंचने का सिलसिला भी जारी है.
ईटीवी भारत के संवाददाता राहुल सिंह ने बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से बात की. इस दौरान उनसे सवाल किया कि बिहार की जनता के लिए लॉकडाउन कितनी बड़ी चुनौती मानते हैं?
प्रवासी मजदूरों का बिहार पहुंचने का सिलसिला शुरू
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने इस सवाल का जवाब देते हुए बताया कि लॉक डाउन का तीसरा चरण पहली बड़ी चुनौती है. बिहार की आम जनता के लिए लॉक डाउन का तीसरा चरण बिल्कुल वैसा ही है. जैसा पहला चरण था. आम जनता के लिए किसी भी प्रकार की कोई छुट नहीं है. उन्होंने हाथ जोड़ कर लोगों से अपील की कि आप लोग पहले की तरह ही घर में रहें. बेवजह बाहर न निकलें. सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें.
लॉक डाउन का तीसरा चरण पहली बड़ी चुनौती
डीजीपी ने कहा कि दूसरी बड़ी चुनौती भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों का आना है. उनकी पीड़ा से हम लोग अवगत हैं. इन लोगों को बहुत परेशानी थी. बहुत परेशानी झेल कर के महीने से फंसे लोग अपने घर लौट रहे हैं. वो बहुत खुश हैं.
डीजीपी ने की लोगों से अपील
वहीं, डीजीपी ने एक बार फिर हाथ जोड़ कर लोगों से प्रार्थना की कि बिहार सरकार आप सब के लिए बहुत चिंतित है. आप आ रहे हैं आइये लेकिन जो यहां का नियम है, उसका पालन कीजिए. तभी आप बच सकते हैं और सुरक्षित रह सकते हैं.
'कोरोना बहुत खराब बिमारी'
वहीं, डीजीपी ने कहा कि कोरोना बहुत खराब बिमारी है. किसको कहां कब पकड़ ले इसका किसी को अंदाजा नहीं है. इसलिए अपने भी बचना है और अपने परिवार को भी बचाना है. साथ ही बिहार सरकार की भी मदद करनी है. हमारे पुलिस के लोग, मेडिकल के लोग, डॉक्टर, नर्स, स्वास्थयकर्मी, सफाईकर्मी सब लोग आपकी सेवा में लगे हुए हैं. किसी से झंझट न करें. वो अपनी जान जोखिम में डाल कर आपकी सेवा में दिन रात लगे हुए है. उन्हें आप नुकसान मत पहुंचाइए.
संवाददाता ने उनसे सवाल किया कि बिहार के कई ऐसे जिले हैं, जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर से लोग भाग जा रहे है. उनके लिए आप क्या कहना चाहते हैं?
'नियमों का पालन करें'
इस सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि कटिहार में यह घटना हुई है. देखिए यह एक जो अज्ञानता है, मुर्खता है, कहां भाग के जाइयेगा. आप पर मुकदमा हो जाएगा, लॉक डाउन के उल्लंघन का, फिर आप घर जाइयेगा तो कोई घुसने नहीं देगा. गांव वाले उल्लंघन करेंगे. फिर पुलिस आपको पकड़ेगी. इसलिए आप ऐसा मत कीजिए. हम किसी मजदूर भाई पर कोई ज्यादती नहीं करना चाहते. लेकिन नियम है तो नियम का पालन करना जरूरी है. इसलिए अनुशासन और मर्यादा को बना करके जो नियम बना है उसका पालन करके सुरक्षित अपने घर जाए.