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Bihar के लिए गुड न्यूज! इन जिलों को मिल सकता है लॉकडाउन से छुटकारा

बिहार में सीवान, बेगूसराय और नवादा को रेड जोन में रखा गया है. लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद पटना समेत बाकी जिलों में सख्ती बरती जा रही है. पुलिस ने लोगों से घरों में रहने और नियमों का पालन करने की अपील की है.

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Published : Apr 15, 2020, 7:38 AM IST

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. इस कड़ी में बिहार से प्रतिक्रिया आनी शुरु हो गई हैं. विपक्ष ने गाइडलाइन में गरीबों और किसानों को छूट देने की मांग की है.

इस बीच, लॉकडाउन 2 का ऐलान होते ही बिहार से अच्छी खबर सामने आ सकती है. दरअसल, पीएम मोदी ने कहा कि 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. ऐसे में पीएम मोदी की ये घोषणा बिहार जैसे राज्यों के लिए एक उम्मीद है. बता दें कि बिहार के कई ऐसे जिले है, जहां कोरोना के एक भी मरीज नहीं हैं.

इन जिलों को मिल सकती है राहत

पटना प्रमंडल: पटना के अंतर्गत आने वाले जिलों में पटना और नालंदा में कोरोना के मरीज पाए गए हैं, जबकि रोहतास, भोजपुर, बक्सर, कैमूर में एक भी मरीज नहीं मिला है.

कोसी प्रमंडल: इसका मुख्यालय सहरसा में है इसके अंतर्गत तीन जिले सुपौल, सहरसा और मधेपुरा में एक भी मरीज नहीं है.

मगध प्रमंडल: गया और नवादा में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. लेकिन जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद में एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.

पूर्णिया प्रमंडल: अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है.

सारण प्रमंडल: यहां सबसे ज्यादा प्रभावित सीवान में 29, गोपालगंज में तीन और सारण में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.

दरभंगा प्रमंडल: दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिले हैं, लेकिन बेगूसराय में 9 संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं.

भागलपुर प्रमंडल: भागलपुर में एक मरीज संक्रमित है, लेकिन बांका में एक भी नहीं.

मुंगेर प्रमंडल: मुंगेर में सात मरीज पाए गए थे, लेकिन छह ठीक हो गए, जबकि एक की मौत हो गई थी. जमुई, खगड़िया, शेखपुरा में एक भी कोरोना मरीज नहीं है. लखीसराय में एक मरीज पाया गया था.

तिरहुत प्रमंडल: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली में एक भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है.

डोर-टू-डोर चलाई जाएगी स्क्रीनिंग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमितों को चिन्हित करने के लिए पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रभावित जिलों सिवान, बेगूसराय, नालंदा, नवादा में डोर टू डोर स्क्रीनिंग अभियान चलाई जाये.

बिहार में जमात से जुड़े 57 विदेशी गिरफ्तार
बिहार सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के बीच पिछले दिनों पकड़े गए विदेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. इसी क्रम में पटना, बक्सर, किशनगंज और अररिया में पिछले दिनों पकड़े गए अलग-अलग देशों से आए 57 लोगों को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. पकड़े जाने के बाद इन सभी को क्वारंटीन में रखा गया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनका संपर्क जमातियों से रहा है. पुलिस के मुताबिक, पिछले दिनों बक्सर और किशनगंज में 11-11, अररिया से 18, और पटना से 17 विदेशियों को पकड़ा गया था, जिनकी कोरोना की जांच भी कराई गई थी, लेकिन निगेटिव पाया गया था.

NDRF संवेदनशील इलाकों में कर रही सैनिटाइजेशन
एनडीआरएफ की टीम कोरोना वायरस के संवेदनशील इलाकों में सैनिटाइजेशन करने उतरी है. मंगलवार को एडीआरएफ ने सीवान, बेगूसराय, नवादा सहित कई जिलों में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया. एनडीआरएफ की टीम के सदस्यों ने मंगलवार को सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड में पंजवार गांव में तथा पचरुखी प्रखंड में सहलौर गांव में एरिया सैनिटाइजेशन का काम किया. इसके अलावा उन्होंने बेगूसराय के बरौनी प्रखंड तथा नवादा शहर इलाके के कई क्षेत्रों में एरिया सैनिटाइजेशन किया.

लॉकडाउन के कारण मांगलिक कार्य बंद, टल रहीं शादियां
सनातन धर्म में करीब एक महीने लंबे खरमास के बाद मांगलिक कार्यो की शुरुआत की परंपरा रही है. मंगलवार को खरमास के समाप्त होने के बाद मांगलिक कार्यों के लिए लग्न शुरू हो गया है, लेकिन इस साल कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण इन मांगलिक कार्यों पर भी 'लॉक' लग गया है. शादी-ब्याह के इस मौसम में अब शादियों की तिथियां रद्द होने लगी हैं.

बिहार के प्रवासी कामगार ने हैदराबाद में की आत्महत्या
कोरोना वारयस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण घर नहीं जा पाने और आर्थिक तंगी से निराश होकर बिहार के रहने वाले एक प्रवासी कामगार ने हैदराबाद में आत्महत्या कर ली. पुलिस ने यह जानकारी दी. मोहम्मद आमिर (24) ने सोमवार को उप्पल में अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

22 दिनों से स्कूल भवन में दूल्हा, दुल्हन और बाराती
कोलकता के बंडेल जंक्शन के रहने वाले फिरोज अख्तर की शादी सारण जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर की रहने वाली खुशबू खातून से तय हुई थी. फिरोज तय समय और तिथि के मुताबिक 22 मार्च को बारात के साथ पहुंच गए और उसी दिन धूमधाम और रीतिरिवाज के साथ निकाह भी हो गया. लेकिन अगले दिन 23 मार्च को खुशबू की विदाई (रूखसती) नहीं हो सकी. 23 मार्च को बिहार में लॉकडाउन लागू हो गया. यातायात व्यवस्था ठप्प हो गई और बारात वापस नहीं लौट सकी.

नौबतपुर में ग्रामीणों ने किया गांव सील
पटना से सटे नौबतपुर के निशरपुरा में लोगों ने बाहरी प्रवेश को रोकने के लिए अपने गांव को ही सील कर दिया है. ताकि कोई भी इस गांव से न तो बाहर जा सके और न ही कोई बाहरी आदमी गांव में प्रवेश कर सके. लोगों ने रास्तों को बंद कर लॉकडाउन का बोर्ड लगा दिया है. एंट्री और निकास की सभी जगहों पर ग्रामीण पहरा दे रहे हैं. वे इमरजेंसी को छोड़ किसी को भी आने-जाने नहीं दे रहे हैं.

NIOS अपने छात्रों को दे रहा है ऑनलाइन Class
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान यानी कि एनआईओएस अब अपने रजिस्टर्ड छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है. अब एनआईओएस के रजिस्टर्ड छात्र घर बैठे आराम से अपना अध्ययन जारी रख सकते हैं. छात्रों को अगर सिलेबस से जुड़ी हुई कुछ समस्या आती है तो वह ऑनलाइन ही शिक्षकों से अपनी समस्या शेयर कर उसे दूर कर सकते हैं.

MSME से मांगी 36 फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति
कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन 2.0 के बीच जिला उद्योग केंद्र ने 36 जरूरी फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मांगी है. सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के निदेशक से ये परमिशन मांगी है. अगर ये फैक्ट्रियां शुरू होती है तो करीब 2 हजार लोगों को काम मिल सकेगा.

लॉकडाउन से मुरझाया फूलों का कारोबार
लॉकडाउन के मद्देनजर बिहार सरकार ने 46 सौ से ज्यादा मंदिरों को बंद रखने का निर्देश दिया है. इसका असर श्रद्धालुओं की पूजा-आराधना से लेकर फूल के व्यापार करने वाले छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों और छोटे फूल विक्रेताओं पर भी हुआ है. बता दें कि केवल राजधानी पटना में हजारों लोग फूल का व्यापार करते थे और प्रति दिन करोड़ों का व्यापार होता था.

3 मई तक नहीं चलेगी कोई पैसेंजर ट्रेन
नरेंद्र मोदी की ओर से लॉकडाउन को ढ़ाए जाने के ऐलान के साथ ही भारतीय रेलवे ने भी सारी पैसेंजर सेवाओं का निलंबन भी 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. इसको लेकर पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जिन यात्रियों ने न चलने की संभावना को देखते हुए टिकट की बुकिंग कराई थी. उनकी राशि रिफंड की जाएगी.

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. इस कड़ी में बिहार से प्रतिक्रिया आनी शुरु हो गई हैं. विपक्ष ने गाइडलाइन में गरीबों और किसानों को छूट देने की मांग की है.

इस बीच, लॉकडाउन 2 का ऐलान होते ही बिहार से अच्छी खबर सामने आ सकती है. दरअसल, पीएम मोदी ने कहा कि 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. ऐसे में पीएम मोदी की ये घोषणा बिहार जैसे राज्यों के लिए एक उम्मीद है. बता दें कि बिहार के कई ऐसे जिले है, जहां कोरोना के एक भी मरीज नहीं हैं.

इन जिलों को मिल सकती है राहत

पटना प्रमंडल: पटना के अंतर्गत आने वाले जिलों में पटना और नालंदा में कोरोना के मरीज पाए गए हैं, जबकि रोहतास, भोजपुर, बक्सर, कैमूर में एक भी मरीज नहीं मिला है.

कोसी प्रमंडल: इसका मुख्यालय सहरसा में है इसके अंतर्गत तीन जिले सुपौल, सहरसा और मधेपुरा में एक भी मरीज नहीं है.

मगध प्रमंडल: गया और नवादा में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. लेकिन जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद में एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.

पूर्णिया प्रमंडल: अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है.

सारण प्रमंडल: यहां सबसे ज्यादा प्रभावित सीवान में 29, गोपालगंज में तीन और सारण में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.

दरभंगा प्रमंडल: दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिले हैं, लेकिन बेगूसराय में 9 संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं.

भागलपुर प्रमंडल: भागलपुर में एक मरीज संक्रमित है, लेकिन बांका में एक भी नहीं.

मुंगेर प्रमंडल: मुंगेर में सात मरीज पाए गए थे, लेकिन छह ठीक हो गए, जबकि एक की मौत हो गई थी. जमुई, खगड़िया, शेखपुरा में एक भी कोरोना मरीज नहीं है. लखीसराय में एक मरीज पाया गया था.

तिरहुत प्रमंडल: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली में एक भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है.

डोर-टू-डोर चलाई जाएगी स्क्रीनिंग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमितों को चिन्हित करने के लिए पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रभावित जिलों सिवान, बेगूसराय, नालंदा, नवादा में डोर टू डोर स्क्रीनिंग अभियान चलाई जाये.

बिहार में जमात से जुड़े 57 विदेशी गिरफ्तार
बिहार सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के बीच पिछले दिनों पकड़े गए विदेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. इसी क्रम में पटना, बक्सर, किशनगंज और अररिया में पिछले दिनों पकड़े गए अलग-अलग देशों से आए 57 लोगों को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. पकड़े जाने के बाद इन सभी को क्वारंटीन में रखा गया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनका संपर्क जमातियों से रहा है. पुलिस के मुताबिक, पिछले दिनों बक्सर और किशनगंज में 11-11, अररिया से 18, और पटना से 17 विदेशियों को पकड़ा गया था, जिनकी कोरोना की जांच भी कराई गई थी, लेकिन निगेटिव पाया गया था.

NDRF संवेदनशील इलाकों में कर रही सैनिटाइजेशन
एनडीआरएफ की टीम कोरोना वायरस के संवेदनशील इलाकों में सैनिटाइजेशन करने उतरी है. मंगलवार को एडीआरएफ ने सीवान, बेगूसराय, नवादा सहित कई जिलों में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया. एनडीआरएफ की टीम के सदस्यों ने मंगलवार को सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड में पंजवार गांव में तथा पचरुखी प्रखंड में सहलौर गांव में एरिया सैनिटाइजेशन का काम किया. इसके अलावा उन्होंने बेगूसराय के बरौनी प्रखंड तथा नवादा शहर इलाके के कई क्षेत्रों में एरिया सैनिटाइजेशन किया.

लॉकडाउन के कारण मांगलिक कार्य बंद, टल रहीं शादियां
सनातन धर्म में करीब एक महीने लंबे खरमास के बाद मांगलिक कार्यो की शुरुआत की परंपरा रही है. मंगलवार को खरमास के समाप्त होने के बाद मांगलिक कार्यों के लिए लग्न शुरू हो गया है, लेकिन इस साल कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण इन मांगलिक कार्यों पर भी 'लॉक' लग गया है. शादी-ब्याह के इस मौसम में अब शादियों की तिथियां रद्द होने लगी हैं.

बिहार के प्रवासी कामगार ने हैदराबाद में की आत्महत्या
कोरोना वारयस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण घर नहीं जा पाने और आर्थिक तंगी से निराश होकर बिहार के रहने वाले एक प्रवासी कामगार ने हैदराबाद में आत्महत्या कर ली. पुलिस ने यह जानकारी दी. मोहम्मद आमिर (24) ने सोमवार को उप्पल में अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

22 दिनों से स्कूल भवन में दूल्हा, दुल्हन और बाराती
कोलकता के बंडेल जंक्शन के रहने वाले फिरोज अख्तर की शादी सारण जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर की रहने वाली खुशबू खातून से तय हुई थी. फिरोज तय समय और तिथि के मुताबिक 22 मार्च को बारात के साथ पहुंच गए और उसी दिन धूमधाम और रीतिरिवाज के साथ निकाह भी हो गया. लेकिन अगले दिन 23 मार्च को खुशबू की विदाई (रूखसती) नहीं हो सकी. 23 मार्च को बिहार में लॉकडाउन लागू हो गया. यातायात व्यवस्था ठप्प हो गई और बारात वापस नहीं लौट सकी.

नौबतपुर में ग्रामीणों ने किया गांव सील
पटना से सटे नौबतपुर के निशरपुरा में लोगों ने बाहरी प्रवेश को रोकने के लिए अपने गांव को ही सील कर दिया है. ताकि कोई भी इस गांव से न तो बाहर जा सके और न ही कोई बाहरी आदमी गांव में प्रवेश कर सके. लोगों ने रास्तों को बंद कर लॉकडाउन का बोर्ड लगा दिया है. एंट्री और निकास की सभी जगहों पर ग्रामीण पहरा दे रहे हैं. वे इमरजेंसी को छोड़ किसी को भी आने-जाने नहीं दे रहे हैं.

NIOS अपने छात्रों को दे रहा है ऑनलाइन Class
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान यानी कि एनआईओएस अब अपने रजिस्टर्ड छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है. अब एनआईओएस के रजिस्टर्ड छात्र घर बैठे आराम से अपना अध्ययन जारी रख सकते हैं. छात्रों को अगर सिलेबस से जुड़ी हुई कुछ समस्या आती है तो वह ऑनलाइन ही शिक्षकों से अपनी समस्या शेयर कर उसे दूर कर सकते हैं.

MSME से मांगी 36 फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति
कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन 2.0 के बीच जिला उद्योग केंद्र ने 36 जरूरी फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मांगी है. सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के निदेशक से ये परमिशन मांगी है. अगर ये फैक्ट्रियां शुरू होती है तो करीब 2 हजार लोगों को काम मिल सकेगा.

लॉकडाउन से मुरझाया फूलों का कारोबार
लॉकडाउन के मद्देनजर बिहार सरकार ने 46 सौ से ज्यादा मंदिरों को बंद रखने का निर्देश दिया है. इसका असर श्रद्धालुओं की पूजा-आराधना से लेकर फूल के व्यापार करने वाले छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों और छोटे फूल विक्रेताओं पर भी हुआ है. बता दें कि केवल राजधानी पटना में हजारों लोग फूल का व्यापार करते थे और प्रति दिन करोड़ों का व्यापार होता था.

3 मई तक नहीं चलेगी कोई पैसेंजर ट्रेन
नरेंद्र मोदी की ओर से लॉकडाउन को ढ़ाए जाने के ऐलान के साथ ही भारतीय रेलवे ने भी सारी पैसेंजर सेवाओं का निलंबन भी 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. इसको लेकर पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जिन यात्रियों ने न चलने की संभावना को देखते हुए टिकट की बुकिंग कराई थी. उनकी राशि रिफंड की जाएगी.

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