पटना: विश्व प्रसिद्ध बोधगया मंदिर ( Bodh Gaya Temple ) के लिए सलाहकार पर्षद का गठन किया गया है. राज्यपाल फागू चौहान ( Governor Fagu Chauhan ) के निर्देश पर इसका गठन किया गया है और इसके साथ ही उनके आदेश पर गृह विभाग के तरफ से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी है.
गृह विभाग की अधिसूचना में सलाहकार परिषद में दस देश यानी जापान, कम्बोडिया, मंगालिया, भूटान, थाइलैंड, श्रीलंका, म्यांमार, दक्षिण कोरिया, वियतनाम व लाओस के राजदूतों को शामिल किया गया है.
ये भी पढ़ें: बोधगया के पच्छट्टी देवी मंदिर से शिवलिंग की चोरी, हिरासत में ली गई विदेश महिला
दलाई लामा और बौद्ध मंदिरों के प्रतिनिधि भी हुए शामिल
वहीं इसमें दलाई लामा के प्रतिनिधि, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख के धार्मिक विभाग के सचिव, महाबोधी सोसाइटी ऑफ इंडिया के महासचिव, बोधगया स्थित अंतरराष्ट्रीय बौद्ध मठ मंदिरों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हैं. इसके साथ केंद्र सरकार के विदेश और पर्यटन विभाग के सचिव के अलावा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी इसका हिस्सा बनाया गया है.
25 सदस्यों में गया के सांसद भी पर्षद में शामिल
सलाहकार पर्षद में कुल 25 सदस्य हैं. जिसमें गया के सांसद, बोधगया के विधायक, मगध प्रमंडल के आयुक्त, मगध रेंज के पुलिस आइजी, गया के जिलाधिकारी, बोधगया नगर पंचायत के अध्यक्ष, नई दिल्ली स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक, केंद्रीय विदेश मंत्रालय व पर्यटन मंत्रालय के सचिव, बिहार पर्यटन विभाग और कला संस्कृति विभाग के सचिव भी शामिल हैं. सलाहकार परिषद मुख्य रूप से बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सलाहकार निकाय के रूप में काम करेगी. सलाहकार पर्षद की बैठक की अध्यक्षता दस देशों के राजदूतों में से कोई एक करेंगे.