नालंदा: बिहार में साइबर ठग ने आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. साइबर अपराधियों ने पुलिस के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. ऐसे में साइबर अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस भी नई रणनीति तैयार कर उनकी गिरफ्तारी कर रही है. ताजा मामला नालंदा जिले से सामने आ रहा है. जहां नालंदा पुलिस ने ठगी के आरोप में 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 10300 रूपए नकद और अन्य दस्तावेज बरामद किया है. फिलहाल तीनों से पूछताछ जारी है.
फेक कॉल के जरिए बनाया शिकार: दरअसल, ज्ञान की धरती नालंदा इन दिनों साइबर फ्रॉड के नाम से जाना जाने लगा है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां शायद ही कोई दिन गुजर रहा जब स्थानीय या फ़िर दूसरे प्रदेशों की पुलिस साइबर ठगों की शिकायतें लेकर गिरफ्तारी के लिए पहुंच रही है. इसी क्रम में जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में लहेरी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की. जहां उपेंद्र राय के मकान में किराए पर रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र को फेक कॉल के जरिए लॉटरी में फंसने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.
10 हजार नकद बरामद: पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 स्मार्टफोन, एक लैपटॉप, 09 एटीएम, दो बाइक 04 सिम एवं 10300 रुपए नकद बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपियों में दो शेखपुरा ज़िला शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के मोहसिनपुर गांव निवासी दयाल पासवान का 25 वर्षीय पुत्र राजा कुमार और छोटेलाल राउत का 19 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार जबकि जमुई ज़िला के चंद्रदीप थाना क्षेत्र अवगिला गांव निवासी बिंदु सिंह का 23 वर्षीय पुत्र चंचल कुमार शामिल है. इसकी जानकारी सदर डीएसपी नूरुल हक़ ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर दी.
"फिलहाल सभी गिरफ़्तार अपराधियों का इतिहास खंगाला जा रहा है. साथ ही टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है." - नूरुल हक़, सदर डीएसपी, बिहारशरीफ़, नालंदा.
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