नालंदा: बिहारशरीफ सदर अस्पताल में एक बार फिर शव के साथ अमानवीय व्यवहार की घटना सामने आई है. यहां दो बुजुगों ने शव को एंबुलेंस पर चढ़ाने के लिए काफी देर तक जद्दोजहद की. मगर अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड से लेकर कर्मचारी तक किसी ने उनकी मदद नहीं की. इसके चलते दोनों ने शव को घसीटते हुए एंबुलेंस पर चढ़ाया.
पीलिया का इलाज कराने आए नादरीगंज के रहने वाले नीरज कुमार की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद उनके परिजन शव ले जाने के लिए स्ट्रेचर से शव को लेकर अस्पताल परिसर से बाहर आए. दोनों परिजनों बुजुर्ग थे. लिहाजा, सीढ़ियों में व्हील स्ट्रेचर उताराना मुश्किल हो रहा था. इस सब को देखने के बावजूद भी अस्पताल के किसी भी कर्मचारी ने उनकी मदद करना मुनासिब नहीं समझा.
उपाधीक्षक ने लगाया हाथ
हालांकि, काफी देर बाद अस्पताल के उपाधीक्षक वहां खुद पहुंचे और शव एंबुलेंस में चढ़ाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया. मगर इतना कुछ होने के बाद भी अस्पताल के कर्मियों ने शव को हाथ तक नहीं लगाया. मानवता को शर्मसार कर देने वाली ये घटना कर्मचारियों की मानसिकता को दर्शाता है.