नालंदाः लॉकडाउन अवधि में निजी विद्यालयों के बंद रहने के बावजूद फीस की मांग की जा रही है. इसका विरोध शुरू हो गया है. नालंदा जिला पूजा उत्सव समिति के बैनर तले सदस्यों ने गुरुवार को बिहारशरीफ की सड़कों पर जागरुकता अभियान चलाया गया. इस दौरान अभिभावकों के बीच लीफलेट का वितरण किया गया. अभिभावक से लॉकडाउन अवधि की फीस स्कूलों को नहीं देने की अपील की गई.
स्कूल दे रहा नाम काटने की धमकी
समिति के अध्यक्ष भोसु भाई यादव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लगा था. जिसके कारण सभी स्कूल बंद थे. बावजूद इसके जिले में निजी विद्यालय की ओर से बंद अवधि का भी स्कूल फीस मांगी जा रही है. फीस नहीं देने पर बच्चों का नाम काटने की धमकी दी जाती है.
...नहीं तो होगा उग्र आंदोलन
भोसु भाई यादव ने बताया कि कई निजी विद्यालयों की ओर से अभिभावकों से 3 महीने का 40 हजार रुपए मांगे गए. जो कि पूरी तरह से अन्याय है. एक तो लॉकडाउन की अवधि में पढ़ाई नहीं हुई. ऊपर से फीस मांगकर परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय आगे भी अभिभावकों को परेशान करता है तो उग्र आंदोलन की जाएगी.