नई दिल्ली: बैंक अधिकारियों के संगठन एआईबीओसी फरवरी में देशव्यापी हड़ताल करने की बात कही है. एआईबीओसी ने पांच दिवसीय कार्य सप्ताह और पर्याप्त भर्ती समेत विभिन्न मांगों को लेकर 24-25 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है.
इसके अलावा यूनियन ने प्रदर्शन समीक्षा और पीएलआई पर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के हाल के निर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग की है, जो नौकरी की सुरक्षा को खतरा पहुंचाते हैं और कर्मचारियों के बीच विभाजन पैदा करते हैं. इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कर्मचारी/अधिकारी निदेशकों के पदों को भरने और आईबीए के साथ लंबित शेष मुद्दों को सुलझाने पर भी जोर दिया गया.
बैंक हड़ताल की धमकी
अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) ने एक बयान में कहा कि कार्यकारी समिति ने दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का प्रस्ताव दिया है, जो संभवतः 24-25 फरवरी, 2025 के लिए निर्धारित है. एआईबीओसी के मुताबिक जरूरत पड़ने पर और कड़े कदम उठाए जा सकते हैं. इस महीने हड़ताल का नोटिस मिलने के बाद आंदोलन कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे.
यूनियन ने आरोप लगाया कि डीएफएस द्वारा नीतिगत मामलों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के सूक्ष्म प्रबंधन से संबंधित बोर्डों की स्वायत्तता कमजोर हो रही है.
क्या हैं मांगें?
- यूनियन ने बैंक कर्मचारियों के लिए पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की मांग की है.
- इसने बैंकों के सभी कैडर में पर्याप्त भर्ती की मांग की है.
- इसने प्रदर्शन समीक्षा और पीएलआई पर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के हाल के निर्देशों को तत्काल वापस लेने की मांग की है, जो नौकरी की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं और कर्मचारियों के बीच विभाजन पैदा करते हैं.
- इसने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कर्मचारी/अधिकारी निदेशकों के पद भरने की भी मांग की है.
- इसने भारतीय बैंकिंग संघ (आईबीए) के साथ लंबित शेष मुद्दों के समाधान की मांग की है.