पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर के एक बुजुर्ग को सोशल मीडिया (Social Media) पर एक युवती से दोस्ती भारी पड़ गयी. युवती और उसके एक पुरुष साथी ने बुजुर्ग से राजीव नगर थाने (Rajeev Nagar Police Station) का फर्जी एफआईआर (Fake FIR) दिखाकर चार लाख रुपये की ठगी लिये. दोनों छह लाख रुपये और देने के लिए बुजुर्ग पर दबाव बना रहे थे.
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दरअसल, युवती और उसका पुरुष साथी बुजुर्ग द्वारा व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजने को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज करा देने का जिक्र कर रहे थे. वास्तव में राजीव नगर थाने में वह एफआईआर दर्ज ही नहीं है. दोनों बुजुर्ग को ठग रहे थे.
इस पूरे मामले की छानबीन करने पर पाया गया कि जिस एफआईआर का जिक्र युवती और उसके साथी कर रहे हैं, वह राजीव नगर थाने में दर्ज ही नहीं है. इस तरह की शिकातय उनके पास नहीं आई है. शिकायत आती है तो कार्रवाई जरूर की जाती. : सरोज कुमार, थानेदार, राजीव नगर
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जिस एफआईआर की कॉपी दिखाकर बुजुर्ग से चार लाख की ठगी की गई है, उसका नंबर 389/21 है. दरअसल, बुजुर्ग को फर्जी एफआईआर दिखाकर युवती ठग रही थी. युवती का कहना है कि मुजफ्फरपुर के बुजुर्ग ने मुझसे फेसबुक पर दोस्ती की, फिर फोन नंबर का आदान-प्रदान हुआ. इसके बाद बुजुर्ग द्वारा व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजा जाने लगा. शादी का झांसा देकर मेरे साथ पटना में यौन संबंध बनाया. हालांकि एफआईआर में दर्ज थानेदार का दस्तखत और मुहर गलत है. वहीं, थानेदार ने कहा कि मेरे थाने में एफआईआर नंबर 294/21 तक ही दर्ज हुआ है.
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मौजूदा दौर में अपराधी भी आधुनिक हो गए हैं. साइबर ठग फोन से लेकर सोशल मीडिया तक को हथियार बनाकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. बिहार समेत पूरे देश में नए-नए तरीकों से साइबर ठग आम इंसान की गाढ़ी कमाई को लूट रहे हैं. बिहार सहित अन्य राज्यों में साइबर अपराध में अब हनीट्रैप के मामले भी सामने आ रहे हैं.
महिलाओं का गैंग फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर मैसेंजर के माध्यम से हनीट्रैप के जरिए ठगी कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से लगातार आम लोगों को हनी ट्रैप और अन्य माध्यमों से लूटे जा रहे पैसे को लेकर अलर्ट किया जा रहा है. इसके बावजूद साइबर अपराध में कमी नहीं आ रही है.