मुंगेर: जिले के जीएनएम कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल पूरब सराय में देर रात कोरोना से एक मरीज की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. शव को श्मशान तक ले जाने से अस्पतालकर्मियों ने मना कर दिया, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने बवाल काटा और फायरिंग की. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया.
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अस्पताल में हंगामा
परिजनों का कहना था कि मृतक के शव को अस्पतालकर्मी श्मशान तक पहुंचाए वे सिर्फ मुखाग्नि देंगे. लेकिन डॉक्टरों ने ऐसा करने से मना कर दिया. अस्पाताल की ओर से बताया गया कि स्वास्थ्यकर्मियों का कमी है. जिसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा.
पुलिस ने किया मामला शांत
परिजनों ने जीएनएम परिसर के प्रवेश द्वार, आईसीयू और बेड को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है. कई दरवाजों के शीशे तोड़ दिए गए. गमलों को नीचे फेंक दिया गया. चिकित्सकों ने बताया कि परिजनों ने हंगामा ही नहीं किया तोड़फोड़ करने के बाद गोलियां भी चलाई. दो राउंड गोली भी चलाई गई.
'परिजन इतने आक्रोशित थे कि स्वास्थ्यकर्मियों को ही मारने के लिए दौड़ पड़े. हम लोग किसी तरह जान बचाकर अस्पताल छोड़कर भाग खड़े हुए. लोगों ने हंगामे के दौरान फायरिंग भी की. बाद में घटनास्थल पर पुलिस आई और हंगामा शांत कर परिजनों को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के साथ बॉडी रेप कर दिया गया. तब वे लोग वहां से गए.'- अनुज, डॉक्टर, जीएनएम अस्पताल
बदलते रिश्ते
पूरे सूबे में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी है. ऐसे में अगर कोरोना से मौत हो जाने के बाद उसके परिजन ही शव को हाथ नहीं लगाएंगे, तो उसे स्वास्थ्यकर्मी कहां तक मदद कर पाएंगे. यह एक बड़ा सवाल है. साथ ही परिजनो द्वारा अस्पताल में तोड़फोड़ करने से दूसरे मरीजो के इलाज में बाधा उत्पन्न होती है.
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