मधुबनी: शिक्षा विभाग के डीपीओ राजेश कुमार सिन्हा को फर्जी भुगतान के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. डीपीओ सिन्हा को बुधवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया. मंगलवार देर शाम कलेक्ट्रेट गेट से राजेश कुमार सिन्हा की गिरफ्तारी की गई थी.
बता दें कि मधवापुर में शिक्षकों के फर्जी नियोजन और भुगतान के आरोप में डीपीओ राजेश कुमार सिन्हा को नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मधवापुर में शिक्षकों की अवैध बहाली के मामले में यह पुलिसिया कार्रवाई की गई, जिसमें 21 प्रखंड शिक्षक और 18 पंचायत नियोजन वाले हैं.
BEO और BRP भी नामजद
इस मामले में खिरहर थाने के रवि कुमार झा ने डीएम से शिकायत की थी. जांच सही पाए जाने पर तत्कालीन डीईओ श्रीराम कुमार ने मामला दर्ज कराया था. उसमें मधवापुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश बैठा और बीआरपी अनिल कुमार को भी नामजद बनाया गया है.
जांच में पाए गए दोषी
एसपी कामिनी बाला ने जांच में डीपीओ को आरोपी बनाया. जांच अधिकारी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. इस प्रखंड में 2015 से क्रम तोड़कर शिक्षकों का वेतन भुगतान हुआ है. मामला सामने आने पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पूरे मामले में कार्रवाई के आदेश दिए थे.
'सफेदपोश भी संलिप्त'
इस पर आनन-फानन में 26 मार्च 2019 को मामला दर्ज कराया गया. बता दें कि मधवापुर में फर्जी शिक्षक नियोजन का मामला बहुत पहले से चल रहा था. इसमें कई सफेदपोशों के भी नाम आ रहे हैं.