कटिहार: जिले के समाहरणालय के मेन गेट पर नियोजित शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहें है. झमाझम बारिश और खराब मौसम के बावजूद प्रदर्शनकारी अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं. सरकार से समान काम समान वेतन की मांग कर रहे हैं.
समान काम-समान वेतन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक संघ की मांग को निरस्त कर दिया था. इसके बाद अब शिक्षकों का गुस्सा राज्य सरकार के माथे पर फूट रहा हैं. इसी के तहत शिक्षक के पूरे राज्य में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहीं हैं.
सरकार के खिलाफ विशाल प्रदर्शन
आगामी टीचर्स डे के मौके पर पटना के गांधी मैदान में लगभग 45 हजार शिक्षक अपने मुंह पर काली पट्टी बांध सरकार के खिलाफ विशाल प्रदर्शन करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि हमलोग मवेशियों की पशुगणना से लेकर लोकतंत्र के महापर्व में समान रूप से सेवा देते हैं तो फिर वेतनमान में असमानता क्यों की जाती है.
काम समान तो वेतन समान क्यों नहीं
शिक्षक संघर्ष समिति के अध्यक्ष दुलाल कांति नंदी ने बताया कि सरकार शिक्षक और शिक्षा विरोधी नीतियों के कारण राज्य भर के शिक्षक आंदोलन करने को मजबूर हैं. सरकारी स्कूलों में नियोजित शिक्षक , नियमित शिक्षक की तरह अपनी सेवा दे रहें हैं. उन्होंने कहा कि जनगणना से लेकर चुनाव के सभी काम में अपनी सेवा देने में कमी नहीं करते और अहम रोल निभाते हैं. तो फिर नियोजित शिक्षक को समान काम के लिए समान वेतन क्यों नहीं दिया जता है. वहीं नीरज नयन आनंद ने बताया कि आगामी शिक्षक दिवस के मौके पर हमलोग राज्य सरकार के खिलाप बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे.