जमुई: देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (84) का सोमवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया. मुखर्जी के मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी. उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण की भी पुष्टि हुई थी. जिसके बाद से वह वेंटिलेटर पर थे. वहीं, मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति का अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. बेटे अभिजीत मुखर्जी ने अंतिम क्रियाएं पूरी की. कोरोना प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
शोक सभा का आयोजन
जिले के कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मनोज उपाध्याय की अध्यक्षता में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 2 मिनट का मौन रखकर पूर्व राष्ट्रपति की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. शोक सभा के दौरान जिला कांग्रेस कमिटी के महासचिव रामेश्वर यादव ने कहा कि प्रणब मुखर्जी भारत के महान नेताओं में से थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यही कारण था कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
इनकी रही मौजूदगी
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के निधन से देश ने एक महान नेता और दूरदर्शी वक्ता को खो दिया है. जिसकी भरपाई भविष्य में कभी नहीं की जा सकती. इस मौके पर प्रकाश यादव, ताहिर हुसैन, अनन्त किशोर उपाध्याय, रमेश पांडेय, संजय मिश्रा, अकलू यादव, विनय चौधरी, त्सोवर अली, जुम्मन अंसारी, सोमरा मरांडी सहितबड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.