गया : बिहार के मगध प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) में खरीद घोटाला सामने आया है. खरीद घोटाला में एलइडी बल्ब से लेकर साबुन तक की खरीददारी 3 गुना से 7 गुना ज्यादा दामों में की गई. इस मामले को लेकर गया डीएम ने संज्ञान लिया है और इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित कर दी है.
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मामले की जांच शुरू : वहीं, इस संबंध में मेडिकल अधीक्षक का कहना है कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है. गौरतलब हो, कि जेम पोर्टल से एएनएमएमसीएच के लिए सामानों की खरीददारी होती है. जेम पोर्टल में रेट कुछ और तो खरीददारी कई गुना अधिक दामों में सामने आई है.
''खरीद घोटाला की बात जानकारी में आई है. इसे लेकर डीएम की ओर से जांच टीम गठित की गई है. हमारी ओर से भी इसकी जांच हो रही है. उचित जांच की जाएगी और बिंदुवार जवाब दिया जाएगा. यदि कोई दोषी सामने आएंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.''- श्रीप्रकाश सिंह, अधीक्षक, मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया
भ्रष्टाचार के दाग से नहीं उबर रहा मेडिकल : मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भ्रष्टाचार के दाग से नहीं उबर रहा है. इस बार लाखों का खरीद घोटाला सामने आया है, तो जिला प्रशासन भी इसे लेकर काफी गंभीर हुआ है. खरीद घोटाला की जांच के लिए जिला प्रशासन के द्वारा 3 सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है और इस मामले की तेजी से जांच हो रही है.
LED बल्ब से लेकर साबुन, प्रिंटर, कंप्यूटर तक में गड़बड़झाला : मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जेम पोर्टल या ऑनलाइन से खरीददारी होती है. जेम या ऑनलाइन पोर्टल से की गई खरीददारी में काफी अंतर है. उदाहरण के तौर पर एक एलईडी बल्ब की जो कीमत जेम पोर्टल बता रही है, उसकी खरीददारी उससे कई गुना अधिक दामों पर की गई है. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल का ताला जेम पोर्टल के दर्शाए गए दाम से 7 गुना अधिक दामों में खरीदा गया है.
कीमत से अधिक में खरीदारी : एक कलम 7 रूपए मूल्य की 5 गुना अधिक यानि की 35 रुपए में खरीदी की गई है. इसी तरह साबुन, बेसिन, ताला, वायरलेस, कीबोर्ड, एलईडी,, एसी, विंडो एसी, कलर प्रिंटर, रूम स्प्रे, ताला समेत अन्य सामानों में खरीद घोटाला की बात सामने आई है. इन सभी सामानों की खरीदारी की गई है, जिसके लिए जेम या ऑनलाइन पर कुछ और रेट दर्शा रहा है, लेकिन खरीददारी मूल कीमत से कई गुना अधिक सामने आई है.
जांच के घेरे में मेडिकल के कई पदाधिकारी : इस तरह के भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद जांच के घेरे में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कई पदाधिकारी आ गए हैं. फिलहाल गया डीएम ने इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित कर दी है, जिसके द्वारा जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, जांच के संबंध में जिला पदाधिकारी का पत्र आने के बाद क्रय समिति के सदस्य के रहे विभागाध्यक्ष यह कहते सुने जा रहे हैं, कि उन्होंने इस तरह की खरीददारी को लेकर दस्तखत ही नहीं किया है. फिलहाल इस मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है और शीघ्र ही पूरा मामला सामने आ जाएगा.