बक्सर: जहरीली शराब कांड के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है. भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह (CPI ML MLA Ajit Kumar Singh) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल से ही सैकड़ों लीटर शराब की बरामदगी हुई उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में सूबे में शराब माफिया पर लगाम कैसे लगेगा.
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बक्सर में शराब पीने वालों और अवैध शराब कारोबारियों पर पुलिस की पैनी नजर है. शराब माफिया के खिलाफ बक्सर में निरंतर पुलिस अभियान चलाया जा रहा है. सभी बॉर्डर इलाकों में पुलिस की पैनी नजर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फटकार के बाद शराब पीने वालों और शराब माफिया (Liquor Mafia in Buxar) के खिलाफ बक्सर पुलिस (Buxar Police) एक्शन में है. एक साथ नगर थाना क्षेत्र के वीर कुंवर सिंह सेतु से 100 से ज्यादा लोगों को शराब पीने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था. मेडिकल कराने के बाद 64 लोगों की शराब पीने की पुष्टि हुई है.
गौरतलब है कि बिहार में जहरीली शराब पीने से अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है. सीएम नीतीश कुमार के फटकार के बाद बिहार पुलिस एवं उत्पाद विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं. दरअसल, नगर थाना क्षेत्र के वीर कुंवर सिंह सेतु से उत्तर प्रदेश से शराब के सेवन कर बक्सर की सीमा में प्रवेश कर रहे 100 से ज्यादा लोगों को नगर थाना एवं उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा गिरफ्तार किया गया था जिसमें से सभी लोगों का मेडिकल कराने के बाद 64 लोगो की शराब पीने की पुष्टि हुई है. कागजी कार्रवाई कर सभी लोगों को जेल भेज दिया जाएगा. पुलिस के इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप मच हुआ है.
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जिले के चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर प्रखंड के दर्जनों गांव, गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है. जिले के शराब माफिया बोट के सहारे उत्तर प्रदेश से गंगा नदी के माध्यम से शराब की खेफ लेकर बक्सर की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं और अंधेरे का फायदा उठाते हुए उसे ग्रामीण इलाकों में सप्लाई कर देते हैं. इनको रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.
गुप्त सूचना के आधार पर अलग-अलग थाना क्षेत्र से पुलिस लगातार शराब के साथ-साथ शराब माफियाओं को गिरफ्तार कर रही है उसके बाद भी उनका हौसला कम नहीं हो रहा है. शराबियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई से जिले में हड़कम्प मचा है. छठ पूजा के समापन के साथ ही गुप्त सूचना के आधार पर नगर थाना, एवं उत्पाद विभाग की टीम ने शराबियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है.
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64 शराबियों की गिरफ्तारी को लेकर बक्सर पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह ने कहा कि- 'शराब तस्करों के खिलाफ बक्सर पुलिस लगातार अभियान चला रही है. गुप्त सूचना के आधार पर शराब का सेवन कर उत्तर प्रदेश से बिहार की सीमा में प्रवेश करने के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें से 64 लोगों की शराब पीने की पुष्टि हुई है. कागजी कार्रवाई के बाद सभी को जेल भेजा जा रहा है. उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे सभी बॉर्डर इलाकों में शराब तस्करों पर पुलिस की पैनी नजर है.'
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वहीं, जहरीली शराब पीने से बिहार में लगातार हो रही मौत के बाद सियासत भी तेज हो गई है. डुमराव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि- 'जिस प्रदेश में सफेदपोश शराब की तस्करी करा रहे हो वहां, शराबबंदी कानून कैसे सफल होगा. राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल से ही सैकड़ों लीटर शराब की बरामदगी हुई उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और वह सरकार में मंत्री बने बैठे हैं. ऐसे में अब जरूरत है कि शराबबंदी कानून की समीक्षा की जाए और जो भी इस कानून की अवहेलना कर रहे लोगों पर कठोर कारवाई की जाए.'
गौरतलब है कि 16 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी कानून के 5 साल पूरे होने पर समीक्षात्मक बैठक बुलाया है. अब देखने वाली बात यह होगी इस बैठक के बाद सरकार क्या निर्णय लेती है.
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बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टाल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकेगी.