ETV Bharat / state

बिहार के औरंगाबाद में नक्सलियों ने किया प्रेशर IED ब्लास्ट, एक की मौत - सुरक्षाबलों पर हमले की थी साजिश

औरंगाबाद जिले के मदनपुर इलाके के सागरपुर जंगल में नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी ब्लास्ट (IED Blast in Aurangabad) किया है. धमाके में कईल मांझी नाम के एक ग्रामीण की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की सुरक्षाबलों पर हमले की साजिश थी. पढ़ें पूरी खबर..

IED Blast in Aurangabad
IED Blast in Aurangabad
author img

By

Published : Apr 25, 2022, 5:37 PM IST

Updated : Apr 25, 2022, 6:38 PM IST

औरंगाबाद: बिहार के गया और औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में बड़ी घटना सामने आई है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर आईईडी के विस्फोट से एक किसान की मौत हो गई. घटना गया-औरंगाबाद के छकरबंधा और मदनपुर थाना के बीच के इलाके की बताई जा रही है. फिलहाल, गया और औरंगाबाद जिले की ओर से सुरक्षा बल अपने-अपने सीमावर्ती इलाके से इस घटना की जानकारी लेने में जुटे हुए हैं.

ये भी पढ़ें- कुख्यात नक्सली विजय आर्या को पटना की स्पेशल टीम ने पकड़ा, दर्ज हैं 14 केस

प्रेशर आईईडी की चपेट में आया ग्रामीण: जानकारी के मुताबिक कईल मांझी नाम का किसान अपने मवेशियों को हांंकते हुए गया-औरंगाबाद के सीमांत इलाके में पहुंचा था. इसी बीच गया के छकरबंंदा थाना और औरंगाबाद के मदनपुर के सीमावर्ती इलाके से गुजरने के दौरान वह नक्सलियों के द्वारा बिछाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आ गया. जमीन में प्लांट कर रखे गए प्रेशर आईईडी के चपेट में आते ही किसान के शरीर के चिथड़े-चिथड़े उड़ गए. काफी देर तक उसका शव जंगल में ही पड़ा रहा.

नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज: जब बहुत देर तक किसान घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसे खोजते हुए मौके पर पहुंचे. इसके बाद घटना की जानकारी गया और औरंगाबाद की पुलिस को दी गई. दोनों जिलों की ओर से पुलिस नक्सलियों के द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर आईईडी बम के संबंध में पड़ताल में जुटी है. वहीं नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.

सुरक्षाबलों पर हमले की थी साजिश: नक्सली दो तरह के आईईडी प्लांट कर रहे हैं और सुरक्षाबलों को बड़ी क्षति पहुंचाने की मंशा में जुटे हैं. अपने आधार वाले इलाके में नक्सली इस तरह के दर्जनों बमों को प्लांट कर रखे हैं. यही वजह है कि गलती से नक्सलियों का आईईडी प्लांट वाले इलाके में जाते ही ग्रामीण उसका शिकार बन जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है. प्रेशर बम पैर पड़ते या किसी वस्तु से दबाव होते ही ब्लास्ट होता है, जबकि सामान्य तौर पर नक्सलियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले आईईडी बैटरी के माध्यम से तारों को सटाकर विस्फोट किए जाते हैं. सुरक्षाबलों पर घात लगाकर इसी आईईडी से हमला किया जाता है.

''गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में कईल मांझी नाम के व्यक्ति की मौत हुई है. प्रेशर आईईडी बम की चपेट में आने से यह घटना हुई है. घटना में उस व्यक्ति के शरीर के चिथड़े उड़ गए. मामले को लेकर गया-औरंगाबाद जिले के सुरक्षाबलों द्वारा दोनों ओर से कार्रवाई की जा रही है. नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.''- मुकेश सांवरिया, एसपी अभियान, गया

मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: मृतक की पहचान 55 वर्षीय कईल मांझी के रूप में की गई है. यह तारचुआं गांव का रहने वाला था. जो गया और औरंगाबाद का ही सीमावर्ती इलाका है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हुआ है. वहीं सुरक्षाबलों द्वारा शव के टुकड़ों को बरामद किया गया है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

औरंगाबाद: बिहार के गया और औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में बड़ी घटना सामने आई है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर आईईडी के विस्फोट से एक किसान की मौत हो गई. घटना गया-औरंगाबाद के छकरबंधा और मदनपुर थाना के बीच के इलाके की बताई जा रही है. फिलहाल, गया और औरंगाबाद जिले की ओर से सुरक्षा बल अपने-अपने सीमावर्ती इलाके से इस घटना की जानकारी लेने में जुटे हुए हैं.

ये भी पढ़ें- कुख्यात नक्सली विजय आर्या को पटना की स्पेशल टीम ने पकड़ा, दर्ज हैं 14 केस

प्रेशर आईईडी की चपेट में आया ग्रामीण: जानकारी के मुताबिक कईल मांझी नाम का किसान अपने मवेशियों को हांंकते हुए गया-औरंगाबाद के सीमांत इलाके में पहुंचा था. इसी बीच गया के छकरबंंदा थाना और औरंगाबाद के मदनपुर के सीमावर्ती इलाके से गुजरने के दौरान वह नक्सलियों के द्वारा बिछाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आ गया. जमीन में प्लांट कर रखे गए प्रेशर आईईडी के चपेट में आते ही किसान के शरीर के चिथड़े-चिथड़े उड़ गए. काफी देर तक उसका शव जंगल में ही पड़ा रहा.

नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज: जब बहुत देर तक किसान घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसे खोजते हुए मौके पर पहुंचे. इसके बाद घटना की जानकारी गया और औरंगाबाद की पुलिस को दी गई. दोनों जिलों की ओर से पुलिस नक्सलियों के द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर आईईडी बम के संबंध में पड़ताल में जुटी है. वहीं नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.

सुरक्षाबलों पर हमले की थी साजिश: नक्सली दो तरह के आईईडी प्लांट कर रहे हैं और सुरक्षाबलों को बड़ी क्षति पहुंचाने की मंशा में जुटे हैं. अपने आधार वाले इलाके में नक्सली इस तरह के दर्जनों बमों को प्लांट कर रखे हैं. यही वजह है कि गलती से नक्सलियों का आईईडी प्लांट वाले इलाके में जाते ही ग्रामीण उसका शिकार बन जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है. प्रेशर बम पैर पड़ते या किसी वस्तु से दबाव होते ही ब्लास्ट होता है, जबकि सामान्य तौर पर नक्सलियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले आईईडी बैटरी के माध्यम से तारों को सटाकर विस्फोट किए जाते हैं. सुरक्षाबलों पर घात लगाकर इसी आईईडी से हमला किया जाता है.

''गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में कईल मांझी नाम के व्यक्ति की मौत हुई है. प्रेशर आईईडी बम की चपेट में आने से यह घटना हुई है. घटना में उस व्यक्ति के शरीर के चिथड़े उड़ गए. मामले को लेकर गया-औरंगाबाद जिले के सुरक्षाबलों द्वारा दोनों ओर से कार्रवाई की जा रही है. नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.''- मुकेश सांवरिया, एसपी अभियान, गया

मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: मृतक की पहचान 55 वर्षीय कईल मांझी के रूप में की गई है. यह तारचुआं गांव का रहने वाला था. जो गया और औरंगाबाद का ही सीमावर्ती इलाका है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हुआ है. वहीं सुरक्षाबलों द्वारा शव के टुकड़ों को बरामद किया गया है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated : Apr 25, 2022, 6:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.