पटना: बिहार के मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ थाना क्षेत्र के मोरियावां में शुक्रवार को पुलिस-पब्लिक के बीच हिंसक झड़प (Violent clash between Police and Public) हुई थी. इस दौरान एक युवक की मौत भी हुई थी. वहीं इसके विरोध में ग्रामीणों ने शनिवार को पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मी और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मांगें पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
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मिली जानकारी के अनुसार 22 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे मोरियावां मुसहरी में पुलिस शराब की छापेमारी के लिए मुखिया प्रत्याशी के पास पहुंची थी. इस दौरान मुखिया प्रत्याशी के घर के पास बज रहे लाउडस्पीकर को बंद कराने को लेकर पहले बहस हुई. इसी बीच पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों की पिटाई कर दी.
विरोध में नाराज ग्रामीणों ने रोडे़बाजी कर दी. रोडे़बाजी में कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी लगी. इसके बाद शाम छह बजे फिर पुलिस मोरियावां में पहुंची. इस दौरान हिंसक झड़प में एक युवक रोहित की मौत हो गई. इसके बाद से ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर है. ग्रामीण पुलिस के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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सुबह से ही ग्रामीण घर से निकलकर सड़क पर उतरे हुए हैं और लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं मृतक की मां ने सर्किल इस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से शांति की अपील करते हुए जांच के लिए टीम गठित कर दिया है.
वहीं, मोरियावां में हुए पुलिसिया कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ की पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी, वहीं हवाई फायरिंग के बजाय सीधे ग्रामीणों पर ही गोली क्यों चलायी गई? पटना जदयू किसान प्रकोष्ठ के महासचिव अनिल कुमार ने सरकार से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. मांग पूरी नहीं होने पर 27 अक्टूबर को धरने पर बैठने की चेतावनी दी है.