पटना: बिहार में भूमि सुधार (Land Reforms In Bihar) मामले को लेकर एक तरफ सरकार लगातार मैराथन बैठक कर अधिकारियों को सख्त निर्देश देकर जनता की भूमि से संबंधित मामले का त्वरित निष्पादन करने की हिदायत दे रही है. लेकिन पटना से सटे धनरूआ अंचल का हाल बेहाल है. जमीन से संबंधित सैकड़ों आवेदन (People Worried About Land Reform In Masaurhi) पेंडिंग है, जनता परेशान हो रही है. कई वर्षों से लोग भूमि संबंधित कार्यो को पूरा करने के लिए भूमी उपसमाहर्ता कार्यालय के चक्कर काटने को विवश हैं.
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मसौढ़ी में भूमि सुधार को लेकर लोग परेशान : ग्रामीणों की माने तो यहां पर कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारी ताला बंद करके काम करते हैं, जनता के काम से कोई मतलब नहीं रहता है. कोई भी जनता पदाधिकारी से मिलने जाता है तो उन्हें भगा दिया जाता है. ताला बंद कर सभी कर्मचारी अपने रूम में काम कर रहे हैं. वहीं पैसा लेकर परिमार्जन करने की मांग करते हैं, जब भी कोई म्यूटेशन का काम करने जाता है तो बिना नजराना लिए काम नहीं करते हैं. जिलाधिकारी से शिकायत की गई है.
'काम के बदले अधिकारी मांगते हैं पैसे' : दरअसल धनरूआ अंचल में अंचलाधिकारी भूमि संबंधित मामले में सस्पेंड हैं. इसको लेकर अभी राजस्व पदाधिकारी प्रभार में हैं लेकिन अभी भी भूमि संबंधी मामलों का निष्पादन नहीं हो रहा है. लगातार लोग परेशान हैं. कार्यालय के चक्कर लोग काट-काट कर परेशान हो रहे हैं. रोजाना हंगामा हो रहा है. इस मामले में भूमी उपसमाहर्ता संजय कुमार ने कहा कि- 'कर्मचारियों की बहुत कमी है. उनके नहीं रहने से बहुत सारा काम पेंडिंग चल रहा है, स्टाफ की कमी की सूचना मुख्यालय में कई बार भेजा गया है.'