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पटना: बाढ़ के मुश्किल हालात में NDRF ने बचाई 2 बच्चों की जान

एनडीआरएफ के बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते हैं. ऐसा इसलिए ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके बहुमूल्य जान बचाई जा सके.

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Published : Jul 30, 2020, 1:20 PM IST

Flood in Bihar
Flood in Bihar

पटना (बिहटा): राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की बचाव टीमें जिला प्रशासन के तालमेल से लगातार रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी है. बिहटा में एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के मुख्यालय में कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि दो अलग-अलग जगहों पर एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों की जान बचाई.

राहत एवं बचाव में जुटी एनडीआरएफ
पहली घटना सारण के बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड की है. बुधवार को टीम कमान्डर शाहबाज आलम के नेतृत्व में एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में बाढ़ राहत एवं बचाव में जुटी है. बुधवार शाम ग्रामीणों ने आवाज लगाकर नजदीकी इलाके में मौजूद एनडीआरएफ रेस्क्यू टीम को मदद के लिए पुकारा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

बाढ़ के पानी में डूबते बच्चे को बचाया
वहां खजूरी गांव का रहने वाला एक दस साल का बच्चा नहाने के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने लगा था. स्थानीय लोगों ने उसे पानी से निकाला. इसके बाद एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला. पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला गया, जिसके कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया.

सर्पदंश से पीड़ित 4 साल के बच्चे को बचाया
वहीं दूसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया मोतिहारी में तैनात एनडीआरएफ की टीम के बचावकर्मियों ने मदद की. सहायक उप निरीक्षक कौशल किशोर के नेतृत्व में एक सर्पदंश से पीड़ित 4 साल के बच्चे को बचाया गया. पीड़ित बच्चे को बंजारिया प्रखंड स्थित बाढ़ प्रभावित गांव जाटवा से देर रात रेस्क्यू किया गया.

Flood in Bihar
एनडीआरएफ का राहत और बचाव कार्य जारी

मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित एनडीआरएफ
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है. ऐसा इसलिए ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके लोगों की जान बचाई जा सके.

पटना (बिहटा): राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की बचाव टीमें जिला प्रशासन के तालमेल से लगातार रेस्क्यू ऑपेरशन में जुटी है. बिहटा में एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के मुख्यालय में कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि दो अलग-अलग जगहों पर एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों की जान बचाई.

राहत एवं बचाव में जुटी एनडीआरएफ
पहली घटना सारण के बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड की है. बुधवार को टीम कमान्डर शाहबाज आलम के नेतृत्व में एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में बाढ़ राहत एवं बचाव में जुटी है. बुधवार शाम ग्रामीणों ने आवाज लगाकर नजदीकी इलाके में मौजूद एनडीआरएफ रेस्क्यू टीम को मदद के लिए पुकारा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

बाढ़ के पानी में डूबते बच्चे को बचाया
वहां खजूरी गांव का रहने वाला एक दस साल का बच्चा नहाने के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने लगा था. स्थानीय लोगों ने उसे पानी से निकाला. इसके बाद एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला. पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला गया, जिसके कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया.

सर्पदंश से पीड़ित 4 साल के बच्चे को बचाया
वहीं दूसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया मोतिहारी में तैनात एनडीआरएफ की टीम के बचावकर्मियों ने मदद की. सहायक उप निरीक्षक कौशल किशोर के नेतृत्व में एक सर्पदंश से पीड़ित 4 साल के बच्चे को बचाया गया. पीड़ित बच्चे को बंजारिया प्रखंड स्थित बाढ़ प्रभावित गांव जाटवा से देर रात रेस्क्यू किया गया.

Flood in Bihar
एनडीआरएफ का राहत और बचाव कार्य जारी

मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित एनडीआरएफ
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है. ऐसा इसलिए ताकि जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके लोगों की जान बचाई जा सके.

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