जयपुर. एसएमएस अस्पताल में गर्मी और बारिश के मौसम के चलते स्किन एलर्जी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी और बारिश के दौरान आमतौर पर हर साल लोगों में स्किन एलर्जी की समस्या देखने को मिलती है, लेकिन इस बार स्किन एलर्जी पर दवाइया काम नहीं कर रही हैं. इसके कारण मरीजों को डबल डोज दी जा रही है.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक माथुर का कहना है कि लगातार बारिश और नमी के कारण फंगल संक्रमण और बैक्टीरिया का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे लोगों में स्किन एलर्जी और संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. अस्पताल के त्वचा रोग विभाग में हर दिन लगभग 100-150 नए मरीज देखे जा रहे हैं, जो आम दिनों की तुलना में दोगुने से अधिक हैं.
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इस कारण बढ़ रहे मरीज : डॉ. माथुर का कहना है कि नमी और गंदगी के कारण त्वचा पर खुजली, लालिमा और रैशेज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. कुछ मामलों में तेजी से फंगल इंफेक्शन पूरे शरीर पर फैल रहा है, जिसके कारण मरीज काफी परेशान हो रहे हैं. डॉक्टर माथुर का कहना है कि इस बार कई तरह के फंगल इंफेक्शन से पीड़ित मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं और इसका सबसे बड़ा कारण हैं गर्मी और उमस. गर्मी और उमस फंगल इंफेक्शन के लिए एक आइडियल मौसम होता है और लोग इस फंगल इंफेक्शन की चपेट में बहुत जल्दी आ जाते हैं. उमस और गर्मी के कारण शरीर के कुछ ऐसे अंग हैं, जहां पसीना बहुत आता है और इसी के कारण लोग फंगल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे हैं.
इस तरह करें बचाव : डॉक्टर माथुर का कहना है कि गर्मी और उमस भरे इस वातावरण में लोगों को शरीर का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि बारिश में भीगने से बचना, कपड़ों को साफ और सूखा रखना और हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए. खास तौर पर इस सीजन में सूती कपड़े अधिक पहनने चाहिए. युवाओं में आजकल जीन्स पहनने का प्रचलन काफी है, लेकिन इस मौसम में जहां तक हो जीन्स पहनना अवॉइड करें. इसके अलावा सिंथेटिक कपड़ों का उपयोग भी नहीं करना चाहिए. त्वचा को अधिक से अधिक सूखा रखने की कोशिश करें. यदि शरीर पर किसी तरह का कोई निशान, चकते या फिर खुजली हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें.