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भागदौड़ की जिंदगी में हंसना-हंसाना बेहद जरूरी, 'वर्ल्ड लाफ्टर डे' पर इंडियन लाफिंग बुद्धा ने दिए खास टिप्स - World Laughter Day - WORLD LAUGHTER DAY

Indian Laughing Buddha: बिहार के नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा के नाम से जाने जाते हैं. वो लोगों को हंसाने और मोटिवेट करने लिए मशहूर हैं. नागेश्वर दास की अनोखी ठाहकेदार हंसी ही उनकी पहचान है, जिसके लेकर कभी-कभी लोग इन्हें पागल और दीवाना भी समझ लेते हैं.

नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा
नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 5, 2024, 12:19 PM IST

इंडियन लाफिंग बुद्धा ने दिए हंसने के टिप्स (ETV Bharat)

पटना: हर साल आज के दिन 5 मई को वर्ल्ड लाफ्टर डे के रूप में मनाया जाता है. वर्ल्ड लाफ्टर डे का उद्देश्य है कि लोगों को हंसने के प्रति जागरूक किया जाए. भागदौड़ की जिंदगी में हर शख्स तनाव मुक्त रहना चाहता है. तनाव मुक्त जीवन और खुशनुमा जीवन जीने के लिए हंसना बेहद जरूरी है. हंसना हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. लाफ्टर थेरेपी के जरिए खुशनुमा जीवन जीने के लिए स्वयं और दूसरों को हंसाना बेहद जरूरी है.

वर्ल्ड लाफ्टर डे
वर्ल्ड लाफ्टर डे (ETV Bharat)

क्या कहते हैं इंडियन लाफिंग बुद्धा: आज इस लाफ्टर डे के मौके पर इंडियन लाफिंग बुद्धा के नाम से फेमस नागेश्वर दास के बारे में बताने जा रहे हैं. बिहार के सिवान जिला के रहने वाले नागेश्वर दास खुद हंसकर के खुशनुमा जीवन जीते है और शहर-शहर घूम कर लोगों को हंसते हैं और हंसने के फायदे भी बताते हैं. नागेश्वर दास ने विश्व लाफ्टर डे के मौके पर संदेश देते हुए कहा कि जीवन में हंसना बेहद जरूरी है. हंसना एक खूबी है जो सभी विपरीत परिस्थितियों को नजर अंदाज करके खुश रहने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है.

नागेश्वर दास की अनोखी ठाहकेदार हंसी
नागेश्वर दास की अनोखी ठाहकेदार हंसी (ETV Bharat)

"हंसने की कला के कारण इंसान स्वस्थ रहता है. परेशानियों को कम समझने और जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को जी भर के जीना ही अच्छे सेहत की निशानी है. आज इस भागदौड़ की जिंदगी में लाफ्टर थेरेपी के जरिए अब बीमारियों का इलाज हो रहा है. जीना है तो जीवन में एक पल भी रोना नहीं चाहिए, जीवन में सुख-दुख लगा रहता है लेकिन उस दुख को भी हंसते मुस्कुराते जीना चाहिए. हंसने-हंसाने से तन-मन में उत्साह का संचार होता है. हंसना किसी दवा से काम नहीं है."-नागेश्वर दास, इंडियन लाफिंग बुद्धा

नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा
नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा (ETV Bharat)

दवा खाने से बेहतर है हंसना: आज इस लाफ्टर डे के मौके पर नागेश्वर दास अपने जिले में घूम-घूम कर लोगों को हंसने का संदेश दे रहे हैं. हंसना और हंसाना उत्तम टॉनिक है. वो लोगों को बता रहे हैं कि दवा खाने से बेहतर है कि आप हंस करके जीवन जिये जिससे कि आप ही नहीं बल्कि आपके परिवार रिश्तेदार भी खुश रहे. इंसान इस परेशानी भरे समय में कुछ समय अपने लिए निकाल कर जीवन भर तनाव से मुक्त होकर खुशियों भरी जिंदगी जी सकता है.

क्यों मिला ये खास नाम 'इंडियन लाफिंग बुद्धा': नागेश्वर दास देश अलग-अलग शहरों में घूम-घूमकर लोगों को हंसाते हैं, जब यह चौक चौराहे पर हंसते हैं तो लोग पागल भी समझते हैं. जिंदगी में लोग अपने लिए थोड़ा समय निकाल कर पार्क पहुंचते हैं, वहां पर नागेश्वर दास लोगों के बीच अवेयरनेस बढ़ाने के लिए लाफ्टर थेरेपी कराते हैं. ये हंसी और हंसने की वजह से आज इनको लोग इंडियन लाफिंग बुद्धा के नाम से जानते हैं.

पढ़ें-इंडियन लाफिंग बुद्धा नागेश्वर दास ढाई सौ बार जा चुके हैं जेल, जानें क्या है वजह ?

इंडियन लाफिंग बुद्धा ने दिए हंसने के टिप्स (ETV Bharat)

पटना: हर साल आज के दिन 5 मई को वर्ल्ड लाफ्टर डे के रूप में मनाया जाता है. वर्ल्ड लाफ्टर डे का उद्देश्य है कि लोगों को हंसने के प्रति जागरूक किया जाए. भागदौड़ की जिंदगी में हर शख्स तनाव मुक्त रहना चाहता है. तनाव मुक्त जीवन और खुशनुमा जीवन जीने के लिए हंसना बेहद जरूरी है. हंसना हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. लाफ्टर थेरेपी के जरिए खुशनुमा जीवन जीने के लिए स्वयं और दूसरों को हंसाना बेहद जरूरी है.

वर्ल्ड लाफ्टर डे
वर्ल्ड लाफ्टर डे (ETV Bharat)

क्या कहते हैं इंडियन लाफिंग बुद्धा: आज इस लाफ्टर डे के मौके पर इंडियन लाफिंग बुद्धा के नाम से फेमस नागेश्वर दास के बारे में बताने जा रहे हैं. बिहार के सिवान जिला के रहने वाले नागेश्वर दास खुद हंसकर के खुशनुमा जीवन जीते है और शहर-शहर घूम कर लोगों को हंसते हैं और हंसने के फायदे भी बताते हैं. नागेश्वर दास ने विश्व लाफ्टर डे के मौके पर संदेश देते हुए कहा कि जीवन में हंसना बेहद जरूरी है. हंसना एक खूबी है जो सभी विपरीत परिस्थितियों को नजर अंदाज करके खुश रहने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है.

नागेश्वर दास की अनोखी ठाहकेदार हंसी
नागेश्वर दास की अनोखी ठाहकेदार हंसी (ETV Bharat)

"हंसने की कला के कारण इंसान स्वस्थ रहता है. परेशानियों को कम समझने और जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को जी भर के जीना ही अच्छे सेहत की निशानी है. आज इस भागदौड़ की जिंदगी में लाफ्टर थेरेपी के जरिए अब बीमारियों का इलाज हो रहा है. जीना है तो जीवन में एक पल भी रोना नहीं चाहिए, जीवन में सुख-दुख लगा रहता है लेकिन उस दुख को भी हंसते मुस्कुराते जीना चाहिए. हंसने-हंसाने से तन-मन में उत्साह का संचार होता है. हंसना किसी दवा से काम नहीं है."-नागेश्वर दास, इंडियन लाफिंग बुद्धा

नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा
नागेश्वर दास इंडियन लाफिंग बुद्धा (ETV Bharat)

दवा खाने से बेहतर है हंसना: आज इस लाफ्टर डे के मौके पर नागेश्वर दास अपने जिले में घूम-घूम कर लोगों को हंसने का संदेश दे रहे हैं. हंसना और हंसाना उत्तम टॉनिक है. वो लोगों को बता रहे हैं कि दवा खाने से बेहतर है कि आप हंस करके जीवन जिये जिससे कि आप ही नहीं बल्कि आपके परिवार रिश्तेदार भी खुश रहे. इंसान इस परेशानी भरे समय में कुछ समय अपने लिए निकाल कर जीवन भर तनाव से मुक्त होकर खुशियों भरी जिंदगी जी सकता है.

क्यों मिला ये खास नाम 'इंडियन लाफिंग बुद्धा': नागेश्वर दास देश अलग-अलग शहरों में घूम-घूमकर लोगों को हंसाते हैं, जब यह चौक चौराहे पर हंसते हैं तो लोग पागल भी समझते हैं. जिंदगी में लोग अपने लिए थोड़ा समय निकाल कर पार्क पहुंचते हैं, वहां पर नागेश्वर दास लोगों के बीच अवेयरनेस बढ़ाने के लिए लाफ्टर थेरेपी कराते हैं. ये हंसी और हंसने की वजह से आज इनको लोग इंडियन लाफिंग बुद्धा के नाम से जानते हैं.

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