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ड्राइवर व कंडक्टर की बेटियों ने किया कमाल, सेना में हिमाचल की 3 बेटियां बनी नर्सिंग लेफ्टिनेंट - 3 girls become NURSING LIEUTENANT - 3 GIRLS BECOME NURSING LIEUTENANT

3 NURSING LIEUTENANT FROM MANDI: मंडी जिला से दो ड्राइवरों की बेटियों और एक कंडक्टर की बेटी ने सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर हिमाचल प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है. तीनों लड़कियों की इस कामयाबी से घर में खुशी का माहौल है. डिटेल में पढ़ें खबर...

सेना में हिमाचल की 3 बेटियां बनी नर्सिंग लेफ्टिनेंट
सेना में हिमाचल की 3 बेटियां बनी नर्सिंग लेफ्टिनेंट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 3, 2024, 10:35 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में दो ड्राइवरों और एक कंडक्टर की बेटी ने कमाल कर दिखाया है. इन बेटियों ने भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर न केवल अपने-अपने क्षेत्र का मान बढ़ाया है, बल्कि जिला का नाम रोशन किया है. यह बेटियां मंडी जिला के सदर, पधर व सरकाघाट उपंडल से संबध रखती हैं.

सरकाघाट में एचआरटीसी चालक की बेटी ने सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश सहित जिला का नाम रोशन किया है. सरकाघाट उपमंडल के भदरोता के गांव भदरोही जमणी की 24 वर्षीय रक्षा कुमारी ने यह मुकाम हासिल किया है.

रक्षा कुमारी की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है. सेना की नर्सिंग सर्विसेज में चयन होने के बाद रक्षा की पोस्टिंग 159 जीएच फिरोजपुर पंजाब में हुई है. आने वाले 16 सितंबर को रक्षा अपनी ड्यूटी ज्वाइन करेगी.

रक्षा कुमारी ने दसवीं व 12वीं तक की पढ़ाई इलाके के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जमणी से पूरी की है. इसके बाद रक्षा ने जोनल अस्पताल मंडी में जनरल नर्सिंग प्रशिक्षण स्कूल में जीएनएम का प्रशिक्षण लिया.

इसके बाद रक्षा ने बीएससी नर्सिंग सरस्वती नर्सिंग इंस्टीट्यूट ध्यानपुर कुराली पंजाब से की. इसके बाद रक्षा ने सेना में भर्ती के लिए परीक्षा दी जिसमें वह चयनित हो गईं. रक्षा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता बलवंत सिंह, माता सत्या देवी व परिजनों सहित अपने गुरुजनों को दिया है.

रक्षा कुमारी के पिता एचआरटीसी के रोहड़ू डिपो में चालक हैं. वहीं, माता गृहणी हैं. रक्षा देवी ने बताया "मुझे हर स्तर पर आगे बढ़ने के लिए पूरे परिवार ने मेरा मनोबल बढ़ाया व मदद की है तभी आज इस मुकाम पर पहुंच पाई हूं. इस मुकाम को हासिल करने के बाद वह सेना में अपनी पूरी निष्ठा से सेवाएं देंगी."

बल्ह की प्रियंका के पिता एचआरटीसी में हैं कंडक्टर

बल्ह उपमंडल के मंदिर टांड़ा निवासी प्रियंका के नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है. प्रियंका का चयन सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है. वह अब कर्नाटक राज्य के बेलगांम स्थित मिलिट्री अस्पताल में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट अपनी सेवाएं प्रदान करेंगी. प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा निजी स्कूल और जमा दो की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भंगरोटू और बीएससी नर्सिंग नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मैडिकल कॉलेज से पास की. प्रियंका के पिता अमरचंद हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं और माता दया देवी गृहणी हैं. बेटी की इस उपलब्धि पर माता-पिता और परिजन बेहद खुश हैं. प्रियंका ने बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया, जिस कारण आज उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता तथा गुरुजनों को दिया है.

सदर की मीनाक्षी के पिता BDO ऑफिस में हैं ड्राइवर

वहीं, सदर उपमंडल की ग्राम पंचायत सदयाणा की मीनाक्षी ठाकुर का चयन भी सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट पद पर हुआ है. 16 सितंबर को मीनाक्षी ठाकुर पुणे के आर्मी अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगी. केंद्रीय विद्यालय मंडी से 12वीं तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद जोनल अस्पताल मंडी से जीएनएम का कोर्स और अभिलाषी कॉलेज ऑफ नर्सिंग से पोस्ट बेसिक नर्सिंग की डिग्री हासिल की है. मीनाक्षी की माता सुनीता देवी ग्रहणी और पिता राजकुमार BDO ऑफिस द्रंग में बतौर चालक के पद पर कार्यरत हैं. मीनाक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और अपने अध्यापकों को दिया है.

ये भी पढ़ें: CM सुक्खू ने कहा मुझे पत्नी के नाम से डराने की न करें कोशिश, स्पीकर ने ली चुटकी तो ठहाकों से गूंजा सदन

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में दो ड्राइवरों और एक कंडक्टर की बेटी ने कमाल कर दिखाया है. इन बेटियों ने भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर न केवल अपने-अपने क्षेत्र का मान बढ़ाया है, बल्कि जिला का नाम रोशन किया है. यह बेटियां मंडी जिला के सदर, पधर व सरकाघाट उपंडल से संबध रखती हैं.

सरकाघाट में एचआरटीसी चालक की बेटी ने सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश सहित जिला का नाम रोशन किया है. सरकाघाट उपमंडल के भदरोता के गांव भदरोही जमणी की 24 वर्षीय रक्षा कुमारी ने यह मुकाम हासिल किया है.

रक्षा कुमारी की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है. सेना की नर्सिंग सर्विसेज में चयन होने के बाद रक्षा की पोस्टिंग 159 जीएच फिरोजपुर पंजाब में हुई है. आने वाले 16 सितंबर को रक्षा अपनी ड्यूटी ज्वाइन करेगी.

रक्षा कुमारी ने दसवीं व 12वीं तक की पढ़ाई इलाके के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जमणी से पूरी की है. इसके बाद रक्षा ने जोनल अस्पताल मंडी में जनरल नर्सिंग प्रशिक्षण स्कूल में जीएनएम का प्रशिक्षण लिया.

इसके बाद रक्षा ने बीएससी नर्सिंग सरस्वती नर्सिंग इंस्टीट्यूट ध्यानपुर कुराली पंजाब से की. इसके बाद रक्षा ने सेना में भर्ती के लिए परीक्षा दी जिसमें वह चयनित हो गईं. रक्षा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता बलवंत सिंह, माता सत्या देवी व परिजनों सहित अपने गुरुजनों को दिया है.

रक्षा कुमारी के पिता एचआरटीसी के रोहड़ू डिपो में चालक हैं. वहीं, माता गृहणी हैं. रक्षा देवी ने बताया "मुझे हर स्तर पर आगे बढ़ने के लिए पूरे परिवार ने मेरा मनोबल बढ़ाया व मदद की है तभी आज इस मुकाम पर पहुंच पाई हूं. इस मुकाम को हासिल करने के बाद वह सेना में अपनी पूरी निष्ठा से सेवाएं देंगी."

बल्ह की प्रियंका के पिता एचआरटीसी में हैं कंडक्टर

बल्ह उपमंडल के मंदिर टांड़ा निवासी प्रियंका के नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है. प्रियंका का चयन सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है. वह अब कर्नाटक राज्य के बेलगांम स्थित मिलिट्री अस्पताल में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट अपनी सेवाएं प्रदान करेंगी. प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा निजी स्कूल और जमा दो की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भंगरोटू और बीएससी नर्सिंग नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मैडिकल कॉलेज से पास की. प्रियंका के पिता अमरचंद हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं और माता दया देवी गृहणी हैं. बेटी की इस उपलब्धि पर माता-पिता और परिजन बेहद खुश हैं. प्रियंका ने बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया, जिस कारण आज उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता तथा गुरुजनों को दिया है.

सदर की मीनाक्षी के पिता BDO ऑफिस में हैं ड्राइवर

वहीं, सदर उपमंडल की ग्राम पंचायत सदयाणा की मीनाक्षी ठाकुर का चयन भी सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट पद पर हुआ है. 16 सितंबर को मीनाक्षी ठाकुर पुणे के आर्मी अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगी. केंद्रीय विद्यालय मंडी से 12वीं तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद जोनल अस्पताल मंडी से जीएनएम का कोर्स और अभिलाषी कॉलेज ऑफ नर्सिंग से पोस्ट बेसिक नर्सिंग की डिग्री हासिल की है. मीनाक्षी की माता सुनीता देवी ग्रहणी और पिता राजकुमार BDO ऑफिस द्रंग में बतौर चालक के पद पर कार्यरत हैं. मीनाक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और अपने अध्यापकों को दिया है.

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